CBI का इंटरपोल से अनुरोध, नीरव-चोकसी के खिलाफ जारी करें रेड कॉर्नर नोटिस

Monday, Jun 11, 2018 - 06:53 PM (IST)

नई दिल्लीः पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ जल्द रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा सकता है। जांच एजेंसी सीबीआई ने सोमवार को इंटरपोल से इसके लिए अपील की है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को नीरव मोदी के ठिकानों की पुख्ता जानकारी नहीं है। 

गिरफ्तार करना हो जाएगा आसान
इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने के बाद इन लोगों पर श‍िकंजा कसना आसान हो जाएगा। माना जा रहा है कि नोटिस जारी होने के बाद इंटरपोल में शामिल देशों के लिए इन दोनों को गिरफ्तार करना आसान हो जाएगा।



नीरव मोदी ने लगाया यह आरोप
एक रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी यह कहते हुए ब्रिटेन से राजनीतिक शरण मांगी है कि उनका राजनीतिक उत्पीड़न किया जा रहा है। ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रिपोर्ट में कहा, ‘‘हमेशा ऐसे जटिल मामले होते हैं जो भारत के साथ हमारे संबंध में थोड़ा तनाव और मसाला जोड़ देते हैं लेकिन दोनों पक्षों की ओर से हमेशा उत्साह बढ़ाने वाली बात यह है कि हमारे पास कानूनी प्रक्रिया है जिसका पालन होना चाहिए।’’ 

भारतीय सरकार पर नीरव के अलावा एक अन्य कारोबारी विजय माल्या को भी वापस लाने का दबाव है जो कि लंदन में है। इसके अलावा ललित मोदी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसने के बाद देश छोड़कर ब्रिटेन चला गया था। 



अब तक नीरव-मेहुल के ठिकानों पर 251 छापे
प्रत्यर्पण निदेशालय (ईडी) देश भर में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के ठिकानों पर 251 छापे मार चुका है। इसमें करीब 7,638 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की गई। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ लुकआउट/ब्लू कॉर्नर नोटिस के साथ गैरजमानती वारंट भी जारी हो चुके हैं। दोनों के पासपाेर्ट रद्द कर दिए गए हैं।



कब और कैसे हुआ घोटाला?

घोटाले की शुरुआत पीएनबी की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में 2011 से हुई। फ्रॉड फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) के जरिए किया गया। फर्जी एलओयू तैयार कर 2011 से 2018 तक हजारों करोड़ की रकम विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।

jyoti choudhary

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