कैशबैक के लुभावने ऑफर्स को सावधानी से परखें

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 10:04 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः बाजार बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स कम्पनियां, सुपर मार्कीट, इलैक्ट्रॉनिक स्टोर ग्राहकों को 5 से 20 प्रतिशत तक कैशबैक ऑफर दे रहे हैं। स्मार्टफोन की खरीदारी पर 1000 से 10,000 रुपए तक का कैशबैक ऑफर दिया जा रहा है। कई स्टोर किसी खास बैंक के कार्ड से खरीदारी पर इससे ज्यादा भी कैशबैक दे रहे हैं, पर क्या आपको पता है कि ये कम्पनियां कैसे कैशबैक दे रही हैं। इसमें इनको (ग्राहक या कम्पनी) क्या फायदा है। अगर नहीं जानते हैं तो हम आपको बता रहे हैं।

क्या होता है कैशबैक ऑफर
अगर आप किसी सुपर मार्कीट से 1000 रुपए की खरीदारी करते हैं और 10 प्रतिशत कैशबैक मिलता है तो आपको 100 रुपए वापस किए जाएंगे। वहीं अगर 20 प्रतिशत का कैशबैक मिलता है तो 200 रुपए की वापसी होती है। मिलने वाली इसी राशि को ही कैशबैक कहते हैं। कम्पनियां खरीदारी के बाद कैशबैक ग्राहक के वॉलेट या क्रैडिट कार्ड खाते में वापस करती है।

कम्पनियों का बैंकों और वॉलेट से गठजोड़
कम्पनियां ग्राहकों को कैशबैक देने को बैंकों-वॉलेट से गठजोड़ करती हैं। जब ग्राहक उससे खरीदारी करता है तो कम्पनियों की बिक्री और मुनाफा बढ़ता है। वहीं बैंकों का कारोबार भी बढ़ता है।

बैंक को भी कमाई
कैशबैक से बैंक की भी कमाई होती है। कम्पनी बैंक को उसके कार्ड या वॉलेट से शॉपिंग पर एक तय रकम देती है। इससे बैंक को अच्छी खासी कमाई होती है।

न्यूनतम रकम का पेंच
कम्पनियां कैशबैक के लिए एक न्यूनतम रकम तय करती हैं। कैशबैक लेने के लिए खरीदार को उतनी रकम की कम से कम खरीदारी करनी होती है।

खुली रखें आंखें
अगर दाम पहले के मुकाबले बढ़ाने के बाद कैशबैक दिया जा रहा है तो यह असली छूट नहीं है। सिर्फ  कैशबैक पर आंख मूंदकर खरीदारी न करें।

कम्पनियों को कैसे होता है फायदा
ज्यादा कैशबैक के चक्कर में ग्राहक बजट से ज्यादा खरीदारी कर लेते हैं। इससे कम्पनियों की बिक्री बढ़ जाती है। बिक्री बढऩे से कम्पनियों का मुनाफा बढ़ जाता है।

कैशबैक में होती हैं कई शर्तें
कैशबैक के लिए कई तरह की शर्तें होती हैं। इसमें तय रकम के बाद ही कैशबैक का लाभ दिया जाता है। कैशबैक या रिवार्ड प्वाइंट को रीडीम की भी समय-सीमा होती है।


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Supreet Kaur

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