स्वर्ण उद्योग के लिए बजट सकारात्मक, पारदर्शी होगा स्वर्ण बाजारः WGC

Saturday, Feb 17, 2018 - 01:41 PM (IST)

नई दिल्लीः विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बजट में की गई नीतिगत घोषणाएं स्वर्ण उद्योग के लिए सकारात्मक हैं। इन घोषणाओं का उद्देश्य बाजार को सभी पक्षों के लिये अधिक सक्षम, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाना है। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा पेश 2018-19 के बजट में कृषि और ग्रामीण क्षेत्र पर अधिक ध्यान दिया गया है। इस कदम से किसानों की आय बढ़ेगी जिससे बाद में आभूषण की बिक्री भी बढ़ेगी। स्वर्ण मौद्रिकरण योजना में सुधार करने और कीमती धातुओं के बारे में एक वृहद नीति तैयार करने की घोषणा से उद्योग को काफी मदद मिलेगी।

विश्व स्वर्ण परिषद की इस रिपोर्ट में निकट भविष्य में कुछ और महत्वपूर्ण घटनाक्रम होने की उम्मीद जताई गई है। इसमें कहा गया है, ‘‘उदाहरण के तौर पर भारतीय मानक ब्यूरो नियामकीय दिशानिर्देशों पर काम कर रहा है जिसमें हॉलमाॢकंग को अनिवार्य बनाया जाएगा। इसके 2018 में ही अमल में आ जाने की उम्मीद है।’’ रिपोर्ट में कहा गया है कि इन उपायों से देश के स्वर्ण आपूॢत श्रंखला में सुधार आएगा, ग्राहकों को हल्के सोने से सुरक्षा मिलेगी और भारतीय आभूषण उद्योग की पहचान और बेहतर होगी।

इसमें कहा गया है कि सर्राफा उद्योग यह उम्मीद करता है कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) स्थानीय रिफाइनरियों से आने वाली एक किलो सर्राफा छड़ के लिए बेहतर डिलिवरी मानक तय करेगा। यह कदम मानक छड़ें तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकता है। इस तरह की छड़ों को स्थानीय बैंक, जिंस बाजारों और प्रस्तावित स्वर्ण एक्सचेंजों में स्वीकार किया जा सकेगा। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘इससे देश का स्वर्ण उद्योग अधिक संगठित बन सकेगा और रोजगार तथा निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’ 
 

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