डाटा लीक मामलाः ब्रिटेन में Facebook पर लगा पांच लाख पाउंड का जुर्माना

Wednesday, Jul 11, 2018 - 10:45 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः सोशल मीडिया वेबसाइट कंपनी फेसबुक पर कैंब्रिज एनालिटिका डाटा सुरक्षा मामले में ब्रिटेन में पांच लाख पाउंड का जुर्माना लगाया गया है। ब्रिटिश संसद की मीडिया समिति ने इस मामले की जांच की थी। समिति के चेयरमैन डैमियन कोलिन्स ने कहा कि उपयोक्ताओं की जानकारियां सुरक्षित रखने में असफल रहने के कारण फेसबुक पर पांच लाख पाउंड का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया है।       

कोलिन्स ने कहा कि सूचना आयुक्त कार्यालय ने पाया कि फेसबुक ने लोगों की जानकारियां सुरक्षित रखने में असफल रहकर कानून का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि फेसबुक को अब अपनी आंतरिक जांच की रिपोर्ट सूचना आयुक्त कार्यालय, हमारी समिति तथा अन्य प्रासंगिक जांच प्राधिकरणों के समक्ष पेश करना चाहिए।  


इन्‍फॉर्मेशन कमिश्‍नर ऑफिस (आईसीओ) इस साल की शुरूआत से ही फेसबुक के खिलाफ इसकी जांच कर रहा था। यह जांच एक ऐप के जरिए दुनियाभर में करोड़ों फेसबुक यूजर्स के डाटा लीक का साक्ष्‍य सामने आने के बाद शुरू हुई। बुधवार को एक प्रोग्रेस रिपोर्ट में ब्रिटिश डाटा रेग्‍युलेटर ने कहा कि वह फेसबुक को डाटा प्रोटेक्‍शन एक्‍ट के तहत डाटा चोरी में लगाए जाने वाले अधिकतम जुर्माने का नोटिस जारी करने की तैयारी में है। 



फेसबुक ने तय कानून का उल्‍लंघन किया
आईसीओ की जांच में कहा गया है कि फेसबुक लोगों की जानकारियों को सेफगार्ड उपलब्‍ध कराने में विफल रहा और इस तरह उसने तय कानून का उल्‍लंघन किया। इसमें यह भी कहा गया कि फेसबुक ट्रांसपरेंसी के मामले में भी फेल रही कि कैसे यूजर्स के डाटा दूसरे लोगों ने चोरी कर लिए।  



8.7 करोड़ यूजर्स का डाटा हुआ लीक 
फेसबुक पहले ही यह मान चुकी है कि ब्रिटिश कंसल्‍टेंसी फर्म कैंब्रिज एनॉलिटिका की तरफ से 8.7 करोड़ यूजर्स का डाटा लीक होने की संभावना है। कैंब्रिज एनॉलिटिका 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव में मौजूदा राष्‍ट्रपति डोनॉल्‍ड ट्रम्‍प के कैम्‍पेन के लिए काम कर रही थी। हालांकि, कैंब्रिज एनॉलिटिका इन आरोपों को खारिज कर चुकी है और उसने अमेरिका और ब्रिटेन में स्‍वैच्छिक बैंकरप्‍सी के लिए फाइल किया है। 



फेसबुक के चीफ प्राइवेसी अधिकारी एरिन इगान ने कहा, "जैसा कि हमने पहले ही कहा है कि हमें 2015 में ही कैम्ब्रिज एनालिटिका के दावों की जांच और कार्रवाई करनी चाहिए थी। अभी हम यूएस और अन्य देशों के अधिकारियों के जैसे ही ब्रिटेन में भी सूचना आयुक्त के साथ मिलकर कैम्ब्रिज एनालिटिका के बारे में जांच में सहयोग कर रहे हैं।''

jyoti choudhary

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