इस साल बढ़ सकता है रिश्वत, भ्रष्टाचार जोखिम: रिपोर्ट

Friday, Mar 16, 2018 - 04:20 PM (IST)

नई दिल्लीः नियमों के अनुपालन से जुड़े पेशेवरों का मानना है कि रिश्वत और भ्रष्टाचार जोखिम इस साल और बढ़ेगा या पिछले साल के बराबर रहेगा। क्राल तथा एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट के संयुक्त अध्ययन में यह कहा गया है। आठवीं रिश्वत- निरोधक और भ्रष्टाचार मानक रिपोर्ट (एबीसी रिपोर्ट) के अनुसार अनुपालन प्रयासों को लेकर अधिक ध्यान देने तथा बेहतर संगठनात्मक संसाधन के उपयोग के बावजूद 448 प्रतिभागियों में से 93 प्रतिशत का मानना है कि उनके मुताबिक रिश्वत और भ्रष्टाचार को लेकर जोखिम 2018 में पिछले साल के समान बना रहेगा या स्थिति और खराब होगी। इसमें कहा गया है कि तीसरा पक्ष (थर्ड पार्टी) संगठनात्मक मानकों का अनुपालन करने में विफल रहा है। तीसरे पक्ष के मालिकाना हक को लेकर जो ढांचा है, वह अनुपालन टीम के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है। भारत में क्राल के प्रबंध निदेशक तरूण भाटिया ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में आकार, जटिलता तथा कार्य के दौरान गतिशील गतिविधियां एबीसी जोखिम को बहु-स्तरीय मुद्दा बनाती हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक संगठन रिश्वत और भ्रष्टाचार के मुद्दे से निपटने के लिए 2016 के मुकाबले 2017 में अधिक संसाधन लगाया गया। साथ ही नेतृत्व का समर्थन भी मजबूत है। अध्ययन में 92 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि उनकी नेतृत्व टीम रिश्वत और भ्रष्टाचार निरोधक प्रयासों में लगी हैं। वर्ष 2018 की एबीसी रिपोर्ट में वरिष्ठ स्तर के कार्यकारियों, अनुपालन या भ्रष्टाचार निरोधक कार्यों में लगे लोगों को शामिल किया गया। यह सर्वे चार अक्तूबर से आठ दिसंबर 2017 के बीच किया गया। 

Punjab Kesari

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