बिटकॉइन से पैसे बनाने वालों को झटका, भारत में लागू हुआ बैन

Friday, Jul 06, 2018 - 12:50 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः बिटकॉइन के जरिए अब कमाई का रास्ता बंद हो गया है क्योंकि अब यह आपके बैंक खाते में एक पैसे का इजाफा नहीं कर सकेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) की ओर से भारतीय बैंकों को दुनिया के किसी भी क्रिप्टोकरंसी एजेंसी के साथ संबंध खत्म करने की दी गई मियाद 5 जुलाई को खत्म हो गई। ऐसे में क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग के जरिए पैसा कमाने की जुगाड़ में लगे लोगों के लिए यह बड़ा झटका है। भारतीय बैंकों के इस संबंध को खत्म करने से अब क्या होगा, यह जानना बेहद जरूरी हो गया है।



क्रिप्टोकरंसी को लीगल करंसी बनाने के रास्ते बंद
अबतक कोई भी एक्सचेंज पर बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी को खरीद सकता था। इस प्रक्रिया में एक्सचेंज से लिंक्ड बैंक अकाउंट से पैसा ट्रांसफर करना पड़ता था और उसके मुताबिक बिटकॉइंस की खरीदारी होती थी। गुरुवार के बाद से अब यह संभव नहीं होगा। अब कुछ एक्सजेंच पीयर टू पीयर (P2P) बन जाएंगे, जहां आपको किसी साथी खरीदार से लिंक किया जाएगा, जिसके साथ आप बिटकॉइंन खरीद या बेच सकते हैं। P2P ट्रेडिंग में अभी के हिसाब से आप केवल बिटकॉइन को किसी दूसरे क्रिप्टो के एवज में ही खरीद-बेच सकेंगे। 



लोन नहीं मिलेगा
बिटकॉइन रखने वालों को अब एक्सचेंज पर ही खरीदारों की तलाश करनी होगी यानी कि आगे से इसके लिए कालाबाजारी करनी होगी और ब्लैक मार्केट में अपने ग्राहक तलाशने होंगे। भले ही बिटकॉइन की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ज्यादा हो लेकिन भारत में इसके आधार पर कोई कर्ज नहीं मिलेगा। यहां तक की कॉरपोरेट अकाउंट भी नहीं खोला जा सकेगा। 



नए प्लेयर्स पर ज्यादा बोझ
यह सर्कुलर अनुभवी के मुकाबले नए बिटकॉइंस ट्रेडर्स को ज्यादा झटका देगा। अब अगर भारत में कोई बिटकॉइन इन्वेस्टर बनना चाहेगा तो उसे एक्सचेंज की बजाय पीयर्स से खरीदारी करनी होगी। संभवतः इसके लिए करंट एक्सचेंज पर प्रीमियम का भुगतान भी करना होगा जो एक बिटकॉइन के ट्रेड के लिए 4,30,000 रुपए से अधिक है। 



हालांकि इन सबके बावजूद यह भारत में क्रिप्टोकरंसी का अंत नहीं है। आरबीआई ने केवल बैंकों को क्रिप्टोकरंसी से रिश्ता रखने से रोका है, खुद क्रिप्टोकरंसी को बैन नहीं किया है। एक्सचेंज ट्रेडर्स के लिए Paypal के जरिए डॉलर से बिटकॉइन की ट्रेडिंग जैसे ऑप्शन दे सकते हैं लेकिन इन सबसे इस प्रक्रिया की कीमत जरूर बढ़ जाएगी। ट्रेडर्स को डॉलर्स अमाउंट को बैंक में ट्रांसफर करने के लिए Paypal को कीमत अदा करनी पड़ेगी।

क्या है bitcoin 
यह एक क्रिप्टो करेंसी (आभाषी मुद्रा) है। इसकी खरीद-बिक्री इंटरनेट के जरिए आईडी-पासवर्ड के जरिए की जाती है। इसे किसी भी करेंसी में नहीं बदला जा सकता है। आईडी-पासवर्ड भूल जाने या हैक होने पर पूंजी डूबने का भी खतरा है।

jyoti choudhary

Advertising