बिन्नी बंसल मामले ने लिया नया मोड़, महिला के खिलाफ जांच के बाद मामला बंद

punjabkesari.in Saturday, Nov 24, 2018 - 01:27 PM (IST)

बेंगलुरुः फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल की शिकायत पर एक महिला के खिलाफ गैर-संज्ञेय (Non-cognizable) मामला दर्ज किया। शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि फिर थोड़ी सी जांच के बाद मामले को बंद कर दिया गया। बंसल को ‘गंभीर व्यक्तिगत दुराचार’ के आरोप लगने के बाद फ्लिपकार्ट के सीईओ पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद बंसल ने महिला द्वारा धमकी भरा मेल भेजने की शिकायत की थी।

13 नवंबर को बिन्नी ने इस्तीफा दिया था 
बिन्नी बंसल (37) ने 13 नवंबर को फ्लिपकार्ट के सीईओ पद से इस्तीफा दिया था। फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाले वॉलमार्ट ने बताया था कि बिन्नी पर गलत व्यवहार करने के आरोप हैं। हालांकि, बाद में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि बिन्नी के खिलाफ एक महिला ने यौन दुव्यर्वहार का आरोप लगाया। इसकी जांच एक ग्लोबल लीगल फर्म से कराई गई। आरोपों की पुष्टि नहीं हुई लेकिन बिन्नी के आचरण में पारदर्शिता का अभाव सामने आया। ऐसे में उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से मंजूर कर लिया गया।

जुलाई में मिली थी बिन्नी के खिलाफ शिकायत
रॉयटर्स के मुताबिक, इसी साल जुलाई के आखिर में फ्लिपकार्ट को बिन्नी के खिलाफ एक शिकायत मिली। यह शिकायत यौन दुव्यर्वहार की थी। शिकायत करने वाली महिला कुछ साल पहले तक फ्लिपकार्ट से जुड़ी हुई थी। अब यह महिला अपना अलग वेंचर चलाती है। बिन्नी ने आरोपों को गलत बताया। उनका कहना था कि वे कुछ और समय फ्लिपकार्ट की जिम्मेदारी संभालना चाहते थे लेकिन पिछले दिनों में हुई कुछ घटनाओं ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया।

सितंबर से सक्रिय भूमिका में नहीं थे बिन्नी
बिन्नी ने कहा था कि खुद पर लगे आरोपों से वे हैरान हैं। उनके और परिवार के लिए यह चुनौती भरा वक्त है। वे शेयरधारक और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के तौर पर फ्लिपकार्ट से जुड़े हुए हैं। वॉलमार्ट के मुताबिक, बंसल ने उनके खिलाफ जांच जारी रहने के दौरान ही इस्तीफे का फैसला लिया। इससे पहले सितंबर में खबरें आई थीं कि बिन्नी बंसल कंपनी के रोजाना के कामकाज में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रहे। ऐसे में ग्रुप सीईओ बदलने की जरूरत महसूस हो रही है।

गैर संज्ञेय अपराध है क्या?
गैर-संज्ञेय अपराध से तात्पर्य ऐसे अपराध से है, जिसमें पुलिस के पास किसी व्यक्ति को खुद से गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं है। इसके तहत उसे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए वारंट और जांच शुरू करने के लिए अदालत की मंजूरी लेनी होती है। फ्लिपकार्ट का बहुराष्ट्रीय कंपनी वालमार्ट द्वारा अधिग्रहण किए जाने के महीने भर बाद ही बंसल को कंपनी से बाहर होना पड़ा। वह समूह के सीईओ के तौर पर काम कर रहे थे। बेंगलूरू की इस कंपनी में वालमार्ट ने 16 अरब डॉलर का निवेश किया।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

jyoti choudhary

Recommended News

Related News