शेयर बाजार में एक गलती पड़ी भारी, अरबपति ह्वांग ने 2 दिन में गंवा दिए 1.5 लाख करोड़ रुपए

Saturday, Apr 10, 2021 - 06:18 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः वॉल स्ट्रीट के ट्रेडर बिल ह्वांग की गिनती दुनिया में इकलाैते एक शख्स के ताैर पर हाे गई जो शेयर बाजार में रातो-रात कंगाल हाे गए। 2000 कराेड़ डॉलर (करीब 1.5 लाख कराेड़ रुपए ) नेटवर्थ के मालिक ह्वांग ने सिर्फ दाे दिन में पूरी संपत्ति गंवा दी। इससे सिर्फ वे ही नहीं बल्कि उन्हें कर्ज देने वालाें काे भी 50 हजार कराेड़ रुपए का नुकसान हुआ है जिनका पैसा उन्हाेंने शेयर बाजार में लगा रखा था। जानकार बताते है कि ह्वांग ने गलत तरीके से निवेश किया था जिसका उन्हें इतना बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा। उनकी कंपनी के धराशायी हाेते ही कई बैंकाें और वित्तीय संस्थानाें की हालत भी पतली हाे गई। बैंकाें ने गिरवी रखे ह्वांग के शेयर बेचना शुरू कर दिए, जिससे शेयराें में गिरावट बढ़ गई।

यह भी पढ़ें- जल्द हो सकता है इन बैंकों का निजीकरण, 14 अप्रैल को होगी बैठक, चेक करें लिस्ट

सारा पैसा शेयर बाजार में था
ह्वांग ने अपना पूरा पैसा बाजार में लगा रखा था। शेयर के दाम गिरे ताे उनकी सारी की सारी संपत्ति डूब गई। ह्वांग की कंपनी आर्चेगाेस कैपिटल मैनेजमेंट का मार्च में धराशाई हाेना वित्तीय इतिहास की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक माना जा रहा है, क्याेंकि किसी भी व्यक्ति ने इतनी बड़ी रकम इतने जल्दी कभी नहीं गंवाई।

यह भी पढ़ें- इस हफ्ते सोने की कीमतों में आया बड़ा उछाल, 1500 रुपए तक बढ़े दाम

कभी 3000 कराेड़ डॉलर की वर्थ थी
बताया जाता है कि जब ह्वांग अपने शिखर पर थे ताे उनकी संपत्ति करीब 3000 कराेड़ डॉलर यानि करीब 2.2 लाख कराेड़ भारतीय रुपए में थी। वे लाेगाें काे छद्य नाम से निवेश की सुविधा देते थे और कंपनी के नाम पर ह्वांग ने बैंकाें से अरबाें डॉलर उधार ले रखे थे। उनकी कंपनी उधारी के पैसाें पर शेयर बाजार में दांव लगाती थी। उन्हाेंने कुछ कंपनियाें में ही सारा पैसा लगा रखा था जिनमें वायकॉम, सीबीएस, जीएसएक्स, टेकेडू और शेपीफाय जैसी कंपनियां शामिल थी।

यह भी पढ़ें- महामारी का असर: Fuel डिमांड में बड़ी गिरावट, 21 साल में पहली बार घटी खपत

कोरिया से आकर अमेरिका में बसे 
ह्वांग तो मूल रूप से साउथ कोरिया के रहने वाले हैं लेकिन 1982 में ही वो अमेरिका आ गए थे। इसके बाद उन्होंने अपना नाम सुन्ग कुक ह्वांग से बदलकर बिल ह्वांग कर दिया। फिर लॉस एजेंलेस में यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफॉर्निया से पढ़ाई की और उसके बाद कार्नेगी मेलोन यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल कर ली। करियर की शुरुआत में उन्होंने दो फर्म्स में सेल्समैन का काम किया। इसके बाद 1996 में उन्होंने टाइगर मैनेजमेंट कंपनी में एनालिस्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। यहीं से उनकी किस्मत पलटी और 2000 में उन्होंने टाइगर एशिया मैनेजमेंट नाम से अपनी कंपनी खड़ी कर ली। फिर शेयर बाजार में पैसा लगाकर बुलंदियों तक पहुंच गए।

jyoti choudhary

Advertising