कोरोना वैक्सीन पर बिल गेट्स ने जताई चिंता, दिया ये बड़ा बयान

Friday, Jun 26, 2020 - 05:45 PM (IST)

वॉशिंगटनः दुनिया भर की निगाहें इन दिनों कोरोना वायरस की वैक्सीन पर टिकी हैं। अलग-अलग देशों में वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल पर काम चल रहा है लेकिन अभी तक वैक्सीन को लेकर कोई ठोस नतीजे सामने नहीं आए हैं। इस बीच माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने कहा है कि वैक्सीन आने पर भी इस बात की कोई गारंटी नहीं होगी कि किसी को कोरोना नहीं होगा।

बता दें कि उनकी संस्था बिल एंड मिलिंडा गेट्स ने कोरोना की वैक्सीन तैयार करने के लिए 40 अरब डॉलर (करीब 3 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा खर्च करने की तैयारी में है।

बिल गेट्स का तर्क
अमेरिका के सीएनएन से बातचीत करने हुए बिल गेट्स ने कहा कि इस साल के अंत तक या फिर अगले साल के शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी। गेट्स के मुतबिक वैक्सीन के दो फायदे हैं। पहला ये कि आपको ये बीमार होने से बचाएगी। दूसरा ये कि इससे कोरोना को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वैक्सीन आने के बाद आप कोरोना से बच जाएंगे। दरअसल उन्होंने तर्क देते हुए कहां, 'इस वैक्सीन की तुरंत जरूरत है। ऐसे में डॉक्टर के पास इसे अलग-अलग उम्र के लोगों और प्रेगनेंट महिलाओं पर क्लीनिकल ट्रायल करने का कम समय है। ऐसे में सटीक सेफ्टी डेटा बेस तैयार करना मुश्किल काम होगा।'

ज्यादा टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत
इस बीच बिल गेट्स ने दुनिया भर में कोरोना के बढ़ते मामले पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस महामारी को रोकने के लिए कुछ खास कदम नहीं उठाए हैं। गेट्स ने कहा कि ज्यादा टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में कई लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस के इन दावों को खारिज कर दिया कि ज्यादा टेस्ट होने से अमेरिका में कोरोना में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि ये तर्क पूरी तरह से गलत है।

बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। खास कर अमेरिका में तो इस खतरनाक वायरस ने तबाही मचा दी है। यहां एक दिन में सबसे ज्यादा 37077 नए केस सामने आए हैं, ये अब तक का रिकॉर्ड है। इसके अलावा यहां एक दिन में ही 2430 लोगों की मौत हो गई। अमेरिका की जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक अमेरिका में अब तक 24 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं। जबकि यहां अब तक 124,410 लोगों की मौत हो चुकी है।

jyoti choudhary

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