बैंक फ्रॉड घोटाले में CBI को बड़ी सफलता, नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर को काहिरा से लाई मुंबई

Tuesday, Apr 12, 2022 - 10:22 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के सिलसिले में सीबीआई (CBI) को एक बड़ी सफलता मिली है। सीबीआई ने एक बड़े अभियान के तहत भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के करीबी सहयोगी सुभाष शंकर को इजिप्ट के काहिरा से मुंबई लेकर आई है। CBI ने नीरव मोदी से जुड़े पंजाब नेशनल बैंक (PNB) फ्रॉड में उसे गिरफ्तार किया है।

सीबीआई उसे देश वापस लाने के लिए काफी लंबे वक्त से ऑपरेशन चला रही थी। जानकारी के मुताबिक 49 साल का सुभाष शंकर 2018 में नीरव मोदी के साथ भारत से भाग गया था। ये नीरव मोदी का सबसे करीबी सहयोगी माना जाता है। सीबीआई अब सुभाष की पेशी मुंबई कोर्ट में करवाकर अपनी कस्टडी में लेगी।

PNB फ्रॉड में आरोपी है सुभाष शंकर
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि सुभाष शंकर परब फायरस्टार डायमंड में डिप्टी जनरल मैनेजर (फाइनेंस) था और वह 7,000 करोड़ रुपए के नीरव मोदी बैंक फ्रॉड में एक मुख्य आरोपी है। उन्होंने कहा, परब कथित रूप से काहिरा में छिपा हुआ था, जिसे प्रत्यर्पण के बाद मंगलवार को मुंबई लाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके अंकल मेहुल चोकसी से जुड़ा फ्रॉड आने के बाद से वह फरार चल रहा था।

इंटरपोल ने जारी किया था नोटिस 
साल 2018 में इंटरपोल ने पीएनबी बैंक घोटाले की जांच कर रही सीबीआई के अनुरोध पर नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष शंकर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इंटरपोल ने चार साल पहले मुंबई की एक विशेष अदालत में सीबीआई द्वारा दायर आरोपपत्र और वहां के विशेष न्यायाधीश जेसी जगदाले द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया था।

लगभग 14,000 करोड़ रुपए का PNB स्कैम
नीरव मोदी पर पीएनबी से करीब 14 हजार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने और धनराशि को अवैध रूप से अन्य देशों को भेजने का आरोप है। धोखाधड़ी का भंडाफोड़ होने के बाद 50 वर्षीय हीरा कारोबारी भारत से फरार हो गया था। इसके बाद मार्च 2019 में ब्रिटेन में नीरव मोदी की गिरफ्तारी हुई। नीरव मोदी लंदन वैंड्सवर्थ जेल में है। भारतीय एजेंसियों की ओर से दायर याचिका पर लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया था। नीरव मोदी ने इस आदेश को चुनौती दी है। नीरव मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य और मानवाधिकारों का हवाला दिया है।

jyoti choudhary

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