RBI का फैसला: Paytm-फोनपे वॉलेट में रख सकेंगे 2 लाख रुपए, RTGS और NEFT पर भी हुई बड़ी घोषणा

Wednesday, Apr 07, 2021 - 02:28 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेमेंट बैंकों के लिए अहम फैसले लिए हैं। आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी में बुधवार को डिजिटल पेमेंट्स बैंक यानी पेटीएम पेमेंट्स बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक समेत को बड़ा प्रोत्साहन मिला है। केंद्रीय बैंक ने पेमेंट बैंकों के लिए डिपॉजिट लिमिट बढ़ा दी है। बैंक ने अब इसे 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया है। बता दें कि लंबे वक्त से पेमेंट बैंक डिपॉजिट लिमिट बढ़ाने की मांग कर रहे थे। अब RBI के इस फैसले से उन्हें राहत मिलेगी।

नॉन-बैंक पेमेंट सिस्टम्स को RTGS और NEFT से जुड़ने की मंजूरी
केंद्रीय बैंक आरबीआई ने सेंट्रलाइज्ड पेमेंट सिस्टम आरटीजीएस और एनईएफटी से नॉन-बैंक पेमेंट सिस्टम से जुड़ने की मंजूरी दे दी है। अब फिनटेक और पेमेंट कंपनियों के ग्राहक इनके जरिए फंड ट्रांसफर कर सकेंगे। इससे पहले यह सुविधा सिर्फ बैंकों और अपवादस्वरुप कुछ अन्य नॉन-बैंकों के ग्राहकों को ही मिलती थी। आरबीआई के इस प्रस्ताव से पीपीआईज, कार्ड नेटवर्क्स, वाइड लेवल एटीएम ऑपरेटर्स जैसे नॉन-बैंक पेमेंट सिस्टम भी केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित की जाने वाली आरटीजीएस और एनईएफटी की सदस्यता ले सकेंगे।

आरटीजीएस (रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) के जरिए 2 लाख रुपए से अधिक की रकम किसी भी समय यानी 24 घंटे ट्रांसफर की जा सकती है। इसके अलावा एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) के जरिए 2 लाख रुपए तक का फंड ट्रांसफर किया जा सकता है।

क्या है आरटीजीएस? 
आरटीजीएस का मतलब है रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम। 'रियल टाइम' का मतलब है तुरंत। मतलब जैसे ही आप पैसा ट्रांसफर करें, कुछ ही देर में वह खाते में पहुंच जाए। आरटीजीएस के जरिए जब आप लेनदेन करते हैं तो दूसरे खाते में तुरंत पैसा ट्रांसफर हो जाता है। 

क्या है एनईएफटी? 
एनईएफटी का मतलब है नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर। इंटरनेट के जरिए दो लाख रुपए तक के लेन-देन के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है।
 

jyoti choudhary

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