अब फैक्ट्री में तैयार होंगे बड़े पुल, समय व धन की होगी बचत

Wednesday, Aug 08, 2018 - 01:39 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः केंद्र सरकार ने राजमार्ग की परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए पुल के 100 मीटर तक लंबे कंक्रीट गर्डर को परियोजना स्थल के बजाय फैक्ट्री में बनाने की योजना बनाई है। इससे महीनों में तैयार होने वाला गर्डर महज एक दिन में लांच कर दिया जाएगा। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि इसकी निर्माण लागत परंपरागत तरीके के मुकाबले 30 से 35 फीसदी कम पड़ेगी।

मलयेशियाई तकनीक का होगा इस्तेमाल 
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक मलयेशियाई कंपनी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। उन्होंने एक प्रजेंटेशन में दिखाया था कि परियोजना स्थल पर पुल के गर्डर का निर्माण न करके उसे फैक्ट्री में पहले ही तैयार कर लिया जाए। इसमें स्टील के सरिया का उपयोग न कर स्टील के फाइबर का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे स्ट्रक्चर ज्यादा बेहतर परिणाम देता है।

एक रात में बनेगा 100 मीटर का पुल
गडकरी का कहना है कि मलयेशियाई कंपनी की तकनीक से 100 मीटर तक लंबे गर्डर का निर्माण फैक्ट्री में हो सकता है। इसमें परियोजना स्थल पर सिर्फ पुल के पायों का निर्माण किया जाएगा और फिर उस पर प्री कास्ट गर्डर लाकर रख दिया जाएगा। उसके बाद ऊपर सड़क बना दी जाएगी। इससे कई साल में बनने वाले बड़े पुल भी महज कुछ दिनों में बनाए जा सकेंगे। यदि पुल 100 मीटर का हो, तो इसे एक रात में ही बनाया जा सकता है। इस बारे में मंत्रालय के इंजीनियर को परीक्षण का निर्देश दिया गया है।

Supreet Kaur

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