डिफॉल्ट से मुश्किल में Air India, बैंकों ने थमाया नोटिस

Tuesday, Jul 31, 2018 - 09:41 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश की सबसे बड़ी विमान कम्पनी एयर इंडिया के बुरे दिन खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। केन्द्र सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी एयर इंडिया की दुर्दशा बढ़ती जा रही है। अब जो इस महाराजा के लिए बुरी खबर आई है वह और भी हैरान करने वाली है। देश के बड़े बैंकों ने डिफॉल्ट के मामले में एयर इंडिया महाराजा को नोटिस थमा दिया है।

एयर इंडिया (ए.आई.) सरकारी गारंटी वाले ऋणों के भुगतान में चूक कर रही है, वहीं पट्टे पर लिए गए विमानों का भी समय पर भुगतान नहीं कर रही है। इससे उसकी वित्तीय स्थिति और उधारी क्षमता को लेकर चिंता खड़ी हो गई है। विमानन कम्पनी पर दबाव और भी बढ़ गया है क्योंकि वह अपने 500 अरब रुपए के कर्ज के ब्याज का भुगतान करने जितना भी मुनाफा कमाने में विफल रही है। निजीकरण का हालिया प्रयास विफल रहने के बाद सरकार द्वारा एयर इंडिया को पैसे देने को लेकर कोई वायदा नहीं किए जाने से कम्पनी की मुश्किल और बढ़ गई है। 2017-18 में एयर इंडिया को 18 अरब रुपए देने का वायदा किया गया है जिनमें से अब तक केवल 6.5 अरब रुपए ही जारी किए गए हैं और कम्पनी द्वारा 31 अरब रुपए की मांग पर अभी वित्त मंत्रालय ने कोई निर्णय नहीं किया है।

2 कम्पनियों समेत 3 बैंकों ने भेजा नोटिस 
प्राप्त जानकारी के अनुसार सान फ्रांसिस्को की कम्पनी वेल्स फार्गो ट्रस्ट सर्विसेज और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारी एयरलाइंस कम्पनी दुबई एयरोस्पेस एंटरप्राइज ने किराए की बकाया रकम के भुगतान के लिए एयर इंडिया कम्पनी को नोटिस भेजा है। जानकारी के अनुसार इन दोनों कम्पनियों सहित 3 बैंकों ने एयर इंडिया को नोटिस लिखकर कर्ज को एन.पी.ए. में तबदील होने की चिंता जाहिर की है। इन बैंकों में स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, देना बैंक और बैंक ऑफ  इंडिया के नाम शामिल हैं।

कई किए जा चुके हैं प्रयास
एयर इंडिया को फायदे की कम्पनी बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने पिछले महीने 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का प्रयास किया था लेकिन किसी खरीदार द्वारा रुचि न दिखाए जाने के कारण इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। जिसके बाद मंत्रालय की ओर से कहा गया कि एयर इंडिया के बारे में अन्य विकल्पों पर विचार किया जाएगा। वहीं एयर इंडिया की वित्तीय सहायता जारी रखी जाएगी।

सरकार पैसे देगी तो चुकाएंगे बकायाः ए.आई.
एयर इंडिया ने अपनी लाचारी जाहिर की है और कहा कि वह बकाया तभी चुकाने की स्थिति में होगी जब सरकार की ओर से उसे पैसे मिलेंगे। ऋणदाता के लिए काम करने वाले एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। सूत्रों ने कहा कि 22 बैंकों के कंसोॢटयम के 3 ऋण दाताओं ने भी एयर इंडिया को पत्र लिखा है जिससे कम्पनी के गैर-निष्पादित ऑस्तियों (एन.पी.ए.) में तबदील होने की चिंता बढ़ गई है। 

Supreet Kaur

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