पिछले साल हुए 71500 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड, RBI ने दी जानकारी

Monday, Jun 03, 2019 - 06:18 PM (IST)

नई दिल्लीः वित्त वर्ष 2018-19 में अप्रत्याशित रूप से 71,500 करोड़ रुपए से संबंधित बैंक फ्रॉड के 6,800 से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं एक साल पहले समान अवधि यानी 2017-18 में 41,167.03 करोड़ रुपए के फ्रॉड के 5,916 केस हुए थे। रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बयान के माध्यम से यह जानकारी दी है।

RTI के जवाब में RBI ने दी डिटेल
आरबीआई ने पीटीआई जर्नलिस्ट की एक आरटीआई क्वेरी के जवाब में कहा कि शिड्यूल्ड कमर्शियल बैंक और वित्तीय संस्थानों ने 71,542.93 करोड़ रुपए की धनराशि से जुड़े कुल 6,801 बैंक फ्रॉड के केस दर्ज किए थे। केंद्रीय बैंक ने कहा कि बीते कुल 11 वित्त वर्षों में बैंकों ने फ्रॉड के 53,334 केस दर्ज किए थे।

इस तरह बढ़ते गए फ्रॉड के मामले
वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 1,860.09 करोड़ रुपए के कुल 4,372 केस दर्ज किए गए थे। 2009-10 में 1,999.94 करोड़ रुपए से जुड़े फ्रॉड के कुल 4,669 केस सामने आए थे। वहीं 2010-11 और 2011-12 में 3,815.76 करोड़ रुपए और 4,501.15 करोड़ रुपए के फ्रॉड से जुड़े क्रमशः 4,534 और 4,093 केस दर्ज किए गए थे।

आरबीआई ने कहा कि वित्त वर्ष 2012-13 में बैंकों ने 8,590.86 करोड़ रुपए से संबंधित फ्रॉड के 4,235 केस दर्ज किए थे, वहीं 2013-14 में 4,306 केस (10,170.81 करोड़ रुपए) और 2014-15 में 4,639 केस (19,455.07 करोड़ रुपए से संबंधित) सामने आए थे। आरबीआई ने कहा कि 2015-16 और 2016-17 में क्रमशः 18,698.82 करोड़ रुपए और 23,933.85 करोड़ रुपए के फ्रॉड से संबंधित 4,693 और 5,076 केस दर्ज किए गए थे।

लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसियों में होनी चाहिए ऐसे मामलों की शिकायत
केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘आबीआई को सूचित फ्रॉड के मामलों को बैंकों के द्वारा आपराधिक शिकायत के तौर पर लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसियों के समक्ष दर्ज कराया जाना चाहिए। इन मामलों में अभी तक क्या एक्शन लिया गया या एक्शन लिया जा रहा है, इससे संबंधित जानकारी तत्काल उपलब्ध नहीं है।’

jyoti choudhary

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