बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद का घटा मार्केट शेयर, हर्बल वॉर में पिछड़ी

Wednesday, Sep 25, 2019 - 02:28 PM (IST)

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद का मार्केट शेयर पिछले एक साल में हर कैटिगरी में घटा है। उपभोक्ताओं के बीच नैचुरल प्रॉडक्ट्स की मांग बढ़ने से कई कंपनियों ने अपने हर्बल ब्रांड लॉन्च किए हैं। रिसर्च फर्म नीलसन के डेटा के मुताबिक डिटर्जेंट, हेयर केयर, साबुन, नूडल्स जैसी कैटिगरी में पतंजलि का मार्केट शेयर इस साल के जुलाई तक पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले कम रहा।

दो साल पहले लागू हुए जीएसटी से व्यापार में आए बदलावों और अन्य कंपनियों के आयुर्वेदिक उत्पादों से मुकाबला बढ़ने के कारण पतंजलि को नुकसान हुआ है। खबरों के मुताबिक जीएसटी लागू होने के बाद कंपनी को डिस्ट्रिब्यूशन में दिक्कत होने लगी। उनके पास गुड्स के रिटर्न संभालने के लिए सुविधाएं नहीं थीं। अन्य कंपनियों के किफायती नेचुरल उत्पाद लॉन्च होने से भी पतंजलि को नुकसान हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में लॉन्च हुए उत्पादों में लगभग 60 फीसदी नैचुरल कैटिगरी के थे, जो दो साल पहले के मुकाबले 49 फीसदी ज्यादा है। पतंजलि अब तक दो दर्जन से अधिक एफएमसीजी उत्पादों लॉन्च कर चुकी है। इनमें टूथपेस्ट, शैंपू और अन्य पर्सनल केयर प्रॉडक्ट्स से लेकर कॉर्नफ्लेक्स, इंस्टेंट नूडल्स जैसे आधुनिक खानपान के सामान शामिल हैं। 2017 तक कंपनी ने 10,500 करोड़ रुपए की बिक्री की थी। हालांकि केयर रेटिंग्स के डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018 में पतंजलि की बिक्री 10 फीसदी घटकर 8,135 करोड़ रुपए पर आ गई। वित्त वर्ष 2019 के पहले नौ महीनों में कंपनी की बिक्री 4,701 करोड़ रुपए रही। पतंजलि के 200,000 से अधिक सेल्स काउंटर और लगभग 100 मेगा स्टोर हैं। ऑनलाइन सेल पोर्टल के अलावा कंपनी के 1,500 से अधिक चिकित्सालय, 5000 आरोग्य केंद्र और 25000 स्वदेशी सेंटर हैं।

Supreet Kaur

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