Axis Bank: 24 कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता, कई खाते निलंबित

Friday, Dec 16, 2016 - 01:08 PM (IST)

नई दिल्लीः आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की नजर पर चढ़े देश में निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़ा कर्जदाता ऐक्सिस बैंक ने कहा है कि फिलहाल इसने 50 खाते निलंबित कर दिए हैं। इसके साथ ही बैंक ने करीब 24 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है और इसकी 8 शाखाओं की सघन पड़ताल चल रही है।

शक होने पर खुफिया एजेंसी के पास जाती है जानकारी
बैंक के कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट सेंटर) राजेश दहिया ने कहा, 'अगर हमें किसी लेन-देन पर शक होता है तो हम संदेहास्पद लेन-देन रिपोर्ट (एस.टी.आर.) की जानकारी वित्तीय खुफिया इकाई को देते हैं। जिन खातों और शाखाओं की जांच अधिकारियों ने पड़ताल की है वे बैंक की एसटीआर पर आधारित हैं।'

नोटबंदी के बाद 1500 एसटीआर हुई दर्ज
बैंक प्रबंधन का कहना है कि अमूमन एक महीने में 200-300 एसटीआर भेजी जाती हैं, लेकिन नोटबंदी के बाद बैंक ने पिछले पांच हफ्तों मेंं 1500 एसटीआर भेजी हैं। खाताधारक के संबंध में बैंक में उपलब्ध सूचनाओं और जमा रकम में मेल नहीं होने पर या जमा रकम की आवृत्ति बढ़ने पर एसटीआर भेजी जाती है। दहिया ने कहा कि जो 50 खाते फिलहाल निलंबित हैं, उनमें आने वाले दिनों में बदलाव हो सकते हैं। इनमें कुछ सराफा खाते भी शामिल हैं। शाखाओं की फॉरेंसिक ऑडिटिंग और आंतरिक सुरक्षा तंत्र मजबूत करने के लिए बैंक के.पी.एम.जी. की सेवाएं ले रहा है।

कर्मचारियों ने बैंक का नाम बदनाम किया
ऐक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक (खुदरा बैंकिंग) राजीव आनंद ने कहा कि आंतरिक छानबीन में बैंक की तरफ से केवाईसी प्रक्रिया में लापरवाही बरतने की कोई बात सामने नहीं आई है। दहिया ने कहा, 'जिन कर्मचारियों ने ऐसा किया है उन्होंने हमें बदनाम किया है। उनके द्वारा हुए लेन-देन की भी जांच हो रही है।' जिन 8 शाखाओं की जांच चल रही है उनमें ज्यादातर दिल्ली-एनसीआर में हैं। गुरुवार को भी आयकर विभाग ने नोएडा में ऐक्सिस बैंक की एक शाखा में छापा मार कर 20 फर्जी कंपनियों के खातों से 60 करोड़ रुपये बरामद किए।

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