''10 साल तक 20 फीसदी की दर से बढ़ेगा विमानन उद्योग''

Thursday, Jun 23, 2016 - 04:03 PM (IST)

नई दिल्लीः देश का विमानन उद्योग अगले 10 साल तक लगातार 20 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, बशर्ते विमानों के पट्टे का खर्च कम किया जा सके और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम बनी रहे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव राजीव नयन चौबे ने आज एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश के विमानन क्षेत्र की विकास दर 22 प्रतिशत रही और गत 15 जून को घोषित राष्ट्रीय नागर उड्डयन नीति, 2016 में किए गए प्रावधानों के दम पर अगले 10 साल तक यह लगातार 20 प्रतिशत की दर से विकास करेगा। उन्होंने कहा कि इस रफ्तार से वर्ष 2022 तक देश का विमानन उद्योग दुनिया में तीसरे नंबर पर और 2030 तक दसवें नंबर पर पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि नीति में क्षेत्रीय संपर्क योजना (आर.सी.एस.) के मुख्य पहलुओं का जिक्र है। इसका विस्तृत प्रारूप इसी महीने सामने आ जाएगा। 

 

आर.सी.एस. के तहत सरकार ने मझौले तथा छोटे शहरों से या इन शहरों के लिए जाने वाली एक घंटे तक की उड़ानों का अधिकतम किराया 2500 रुपए तय किया है। चौबे ने कहा कि यह योजना तभी परवान चढ़ेगी जब पट्टे पर विमान लेने में कम्पनियों का होने वाला खर्च कम किया जा सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वह भगवान से हर दिन यह प्रार्थना करते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम से कम चार-पांच साल कम बनी रहे ताकि आर.सी.एस. योजना गति पकड़ ले। 

 

उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा ‘नागर उड्डयन और पर्यटन’ विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में नागर उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि उनका मंत्रालय सम्मेलन के दौरान मिले सुझावों पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि भारत के अपने सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलू हैं। हमें विकास के मामले में दुनिया के पीछे-पीछे चलने की बजाय अग्रणी बनकर उसका नेतृत्व करना चाहिए।

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