ऑटो सेक्टर में मंदी का दौरः Maruti ने की 1181 कर्मचारियों की छंटनी

Saturday, Aug 03, 2019 - 02:56 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ऑटो सेक्टर में छाई मंदी के कारण ज्यादातर ऑटो कंपनियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसी के चलते देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने का फैसला लिया है। खबरों के मुताबिक कंपनी ने संख्या में छह फीसदी कटौती कर दी है।

अस्थाई कर्मचारियों को निकाला
कंपनी ने अपने नियमित कर्मचारियों के बजाए सबसे पहले ठेके (संविदा) पर रखे कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है। 30 जून तक ऐसे कर्मचारियों की संख्या 18845 थी, जिसमें से 1181 लोगों की सेवाओं को समाप्त कर दिया गया है। देश की तीन दिग्गज कंपनियों के पहली तिमाही के घाटे वाले नतीजे से इस सेक्टर की हालत खराब हो गई है। हाल ही में ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री ने भी 10 लाख लोगों की नौकरी जाने की ओर इशारा किया था।

कंपनियों के पास पड़ा पुराना स्टॉक 
गाड़ियों की बिक्री में कमी होना वित्त वर्ष 2018 की दूसरी तिमाही में शुरू हो गया था। पिछले साल फेस्टिव सीजन में भी कंपनियों की उम्मीद थी, कि बिक्री का आंकड़ा बढ़ेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दिसंबर से लेकर के जून तक कंपनियों का स्टॉक पहले की तरह पड़ा हुआ है। हालत यह है कि मांग न होने की वजह से कई कंपनियों ने अपनी फैक्ट्रियों में उत्पादन को बिलकुल बंद कर दिया है। कंपनियों के पास पुराना स्टॉक ही इतना ज्यादा पड़ा हुआ है कि उसको निकालने में अभी काफी समय लगने की उम्मीद है।

18 फीसदी गिरी वाहनों की बिक्री
मारुति ने हाल ही में तिमाही नतीजों को जारी किया था। कंपनी को पहली तिमाही में 1435.50 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। साल दर साल आधार कंपनी को 27 फीसदी का नुकसान हुआ है। कंपनी की नेट बिक्री में 14.1 का नुकसान हुआ है और यह 18,735.20 करोड़ रुपए रह गई है। कंपनी के वाहनों की बिक्री भी 18 फीसदी गिर गई है। अब कंपनी ने फैसला किया है कि वो अपने गुजरात स्थित प्लांट में उत्पादन क्षमता को दोगुना नहीं करेगी।

Supreet Kaur

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