नोटबंदी से वाहन उद्योग को 8000 करोड़ रुपए का कारोबारी नुकसान

Friday, Mar 03, 2017 - 11:26 AM (IST)

नई दिल्ली: महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक पवन गोयनका के अनुसार नोटबंदी के कारण नवंबर व दिसंबर महीने में भारतीय वाहन व ट्रैक्टर खंडों को 8000 करोड़ रुपए का कारोबारी नुकसान हुआ हालांकि सुधार अपेक्षा से कहीं तेज हुआ है और महीने के आखिर तक हालात सामान्य हो जाएंगे। गोयनका ने कहा कि अगर नवंबर व दिसंबर महीने में आटोमोबाइल तथा ट्रैक्टर बिक्री में आई सारी गिरावट के लिए किसी और मौसमी कारण को नहीं बल्कि केवल नोटबंदी को जिम्मेदार माना जाए तो उद्योग को नुकसान 8000 करोड़ रुपए कुल कारोबार के लगभग 10 प्रतिशत का हो सकता है।

उन्होंने कहा,‘ असर तो हमारी सोच से कहीं अधिक रहा और सुधार भी हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक तेजी से हुआ है। मेरा मानना है कि मार्च के आखिर तक हम सामान्य स्थिति में होंगे।’ गोयनका ने कहा कि अगर सरकार ने नोटबंदी के समय जो करना चाहा था वह कर लेती है तो नोटबंदी के अर्थव्यवस्था को बड़े दीर्घकालिक फायदे होंगे। उन्होंने कहा पिछले साल सितंबर व अक्तूबर में अच्छे त्योहारी सीजन बाद वाहन उद्योग की बिक्री मजबूती की राह पर थी लेकिन नवंबर की नोटबंदी ने इस पर एक तरह से विराम लगा दिया। सरकार ने 8 नवंबर की रात को नोटबंदी की घोषणा की और 1000 व 500 रुपए के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हमने एक फार्मूले के तहत यह गणना की है कि नवंबर व दिसंबर में ट्रैक्टर तथा वाहन उद्योग को 8000 करोड़ रुपए का कारोबारी नुकसान हुआ।

गोयनका ने कहा कि इस नुकसान का आकलन ‘क्या हो सकता था और क्या हो गया’ के आधार पर किया गया है। उन्होंने कहा, ‘काफी स्पष्ट गणना है। उद्योग को 8000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ और यह कारोबार को लगभग 10 प्रतिशत नुकसान है।’ नवंबर महीने में सभी श्रेणियों के वाहनों की बिक्री 5.48 प्रतिशत घटकर 15,63,665 इकाई रही जो कि नवंबर 2015 में 16,54,407 वाहन रही थी। यह बीते 43 महीनों में सबसे तीव्र गिरावट रही जबकि मार्च 2013 में इसकी गिरावट 7.75 प्रतिशत घटी थी।  इसी तरह दिसंबर 2017 में वाहन उद्योग की मासिक बिक्री वृद्धि 16 महीने के निचले स्तर पर आ गई। दिसंबर में कुल वाहन बिक्री 18.66 प्रतिशत घटकर 12,21,929 वाहन रही।

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