कैशलेस के बाद कार्डलेस होगी भारतीय अर्थव्यवस्थाः नीति आयोग

Saturday, Apr 01, 2017 - 07:24 PM (IST)

नई दिल्लीः नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने निकट भविष्य में ए.टी.एम. और डैबिट-क्रैडिट कार्ड का चलन बंद होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में टैक्नोलॉजी के बढ़ते प्रसार के कारण डिजिटल ट्रांजैक्शन मोबाइल वॉलेट्स और बायोमीट्रिक माध्यमों के जरिए ही किए जाएंगे और ए.टी.एम., क्रैडिट, डैबिट कार्ड्स का चलन खत्म हो जाएगा।

भारत में खत्म हो रही है फिजिकल बैंकिंग
उन्होंने कहा कि भारत में फिजिकल बैंकिंग लगभग समाप्त हो चुकी है और यहां टैक्नोलॉजी तेजी से भारत में पांव पसार रही है कि अगले तीन-चार सालों में डिजिटल ट्रांजैक्शन मोबाइल वॉलेट और बायोमीट्रिक माध्यमों से ही होंगे।

कांत ने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पी.एच.डी.सी.सी.आई.) की व्यापार और निवेश सेवा सुविधाएं (टी.आई.एफ.एस.) लांच करने के मौके पर शुक्रवार शाम दिल्ली में कहा कि टैक्नोलॉजी का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

भारत विश्व में सबसे तेजी से विकास कर रहा है
कांत ने कहा कि दुनियाभर में छाई आर्थिक मंदी के बावजूद भारत का 7.6 प्रतिशत की दर से विकास हो रहा है। अमरीका और यूरोप के लोग अब बूढ़े हो रहे हैं, वहीं भारत दिन ब दिन जवान होता जा रहा है। 

दूसरी तरफ भारत में बिजनेस करना आसान होता जा रहा है। हम पुराने और बेकार कानून को खत्म कर रहे हैं। पिछले साल हमने करीब 1200 बेकार कानूनों को खत्म किया। उन्होंने कहा कि भारत ग्लोबलाइजेशन की तरफ बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि सुपरपावर अमरीका के राष्ट्रपति अमरीका की अर्थव्यवस्था के सरंक्षण की बात करते हैं लेकिन भारत ग्लोबलाइजेशन की बात करता है। 
 

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