कतार में खड़े होकर मनेगा नया साल!

Tuesday, Dec 27, 2016 - 05:49 PM (IST)

नई दिल्लीः बैंकों में नए नोटों की कमी बरकरार है और ए.टी.एम. भी खाली पड़े हैं। बैंक अधिकारियों ने बताया कि मांग के मुकाबले 30 प्रतिशत नए नोटों की कमी बरकरार है। 

कैश की कमी के कारण लोगों को भुगतान करने में दिक्कतें भी बनी हुई हैं। यही नहीं नए नोटों की किल्लत के कारण ए.टी.एम. भी खाली पड़े हैं 50 प्रतिशत ए.टी.एम. लोगों को निराश कर रहे हैं। यही कारण है कि बैंक तथा ए.टी.एम. के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें कम होती नहीं दिखाई दे रही हैं। बैंक अधिकारियों का कहना है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आर.बी.आई.) नए नोट पर्याप्त संख्या में अभी छाप नहीं पा रहा है, इसी कारण यह दिक्कत हो रही है। 

नए साल पर नोटबंदी को 50 दिन से भी ज्यादा का समय हो जाएगा लेकिन आर.बी.आई. जिस गति से नोटों को छपाई कर रहा है उससे लगता नहीं है कि नए साल पर पैसे निकालने की समस्या में किसी भी तरह की कोई कमी आएगी। लाइनों में खड़े होकर ही लोगों का नया साल मनेगा। हालांकि नोटबंदी के तत्काल बाद जिस तरह के हालात थे, अब वैसे हालात नहीं हैं। 

तीन दिन बाद का मिल रहा टोकन
गांवों के आसपास जो बैंक हैं, वहां नकदी लेने के पहुंचने पर आज भी तीन दिन बाद का टोकन मिल रहा है। इतना करने के बाद भी 2000 रुपए से ज्यादा नकदी नहीं मिल रही है। एनएच-58 के किनारे स्थित ग्राम सिकरोड़, गढ़ी, मोरटा समेत कई गांवों पर एकमात्र ओबीसी बैंक की ब्रांच है। यहां ग्रामीणों को लाइन लगाकर तीन दिन बाद का टोकन दे दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार कैशलेस को बढ़ावा देने पर उतारू है लेकिन प्रत्येक ग्रामीण की समस्या है कि वह चारा, खल, खाद और बीज की खरीदारी कैसे करे। 

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