अटल सरकार में पहली बार बना विनिवेश विभाग, Maruti सहित कई कंपनियों का हुआ निजीकरण

Friday, Aug 17, 2018 - 04:13 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में आर्थिक मोर्चे पर बड़ी उपलब्धियां हासिल की। 1999 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल के दौरान कारोबार में सरकार का दखल कम करने के लिए निजीकरण को अहमियत दी।



मारुति सुजुकी का निजीकरण
उन्होंने निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए विनिवेश विभाग का गठन किया। इसका काम निजीकरण के प्रस्तावों को मंजूरी देना था। इसके अलावा विनिवेश के लिए एक कैबिनेट कमिटी का भी गठन किया गया ताकि तेजी से इन प्रस्तावों को मंजूरी दी जा सके। उनके कार्यकाल में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी समेत अन्य कंपनियों का निजीकरण हुआ था।



इन कंपनियों का हुआ निजीकरण
वाजपेयी सरकार के दौरान भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, मारुति उद्योग लिमिटेड, मॉर्डन फूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एचडीएल लिमिटेड, सीएमसी लिमिटेड, इंडिया पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड, विदेश संचार निगम लिमिटेड कंपनियों का निजीकरण हुआ। साथ ही होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के अंतर्गत 2 होटल यूनिट्स और इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के 17 होटल प्राइवेट कंपनियों को बेचे गए।

Supreet Kaur

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