अभी तक के सबसे निचले स्तर पर महंगाई दर, आईआईपी 2.4 फीसदी

Tuesday, Feb 12, 2019 - 06:08 PM (IST)

नई दिल्लीः वर्ष 2019 के पहले महीने में ही महंगाई केे मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 2.05 फीसदी के स्तर पर आ गई है। दिसंबर 2018 में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) कम होकर 2.19 फीसदी हो गई थी, जो कि बीते 18 महीनों का न्यूनतम स्तर रहा था। 

थोक महंगाई दर में भी हुई थी कमी
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में आठ महीने के निचले स्तर पर जाकर 3.80 फीसदी रही थी। इसकी वजह ईंधन और खाद्य पदार्थों की कीमतें कम होना रहा है। नवंबर में थोक मुद्रास्फीति 4.64 फीसदी थी, जबकि दिसंबर 2017 में यह 3.58 फीसदी थी।

सरकार द्वारा दिसंबर महीने में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार खाद्य पदार्थों में 0.07 प्रतिशत महंगाई घटी थी, जबकि नवंबर में इसमें अवस्फीति 3.31 प्रतिशत थी। इसी तरह सब्जियों में भी अवस्फीति देखी गई। दिसंबर में यह 17.55 प्रतिशत रही और नवंबर में यह 26.98 प्रतिशत थी।

ईंधन एवं ऊर्जा क्षेत्र में दिसंबर में मुद्रास्फीति घटकर 8.38 प्रतिशत रहीए जो नवंबर की 16.28 प्रतिशत मुद्रास्फीति के मुकाबले लगभग आधी है। इसकी अहम वजह दिसंबर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आना रहा। इन्हें अगर अलग.अलग गौर करें तो दिसंबर में पेट्रोल कीमतों की मुद्रास्फीति 1.57 प्रतिशत और डीजल कीमतों की 8.61 प्रतिशत रही है। वही एलपीजी में यह 6.87 प्रतिशत रही।

ग्रोथ ने पकड़ी रफ्तार, दिसंबर में आईआईपी 2.4%
दिसंबऱ में आईआईपी ग्रोथ बढ़कर 2.4 फीसदी रही है जबकि नवंबर में ये 0.5 फीसदी रही थी। माह दर माह आधार पर माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 2.7 फीसदी से घटकर -1 फीसदी रही है। वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ -0.4 फीसदी से बढ़कर 2.7 फीसदी पर आ गई है। दिसंबर में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ महीने दर महीने आधार पर 5.1 फीसदी से घटकर 4.4 फीसदी रही है। वहीं प्राइमरी गुड्स सेक्टर की ग्रोथ 2.2 फीसदी से घटकर -1.2 फीसदी रही है।

jyoti choudhary

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