क्या आप जानते हैं सुंदर पिचाई की कामयाबी के सफर के बारे में?

Tuesday, Aug 11, 2015 - 01:36 PM (IST)

नई दिल्लीः गूगल के इंटरनैट बिजनसेस के इंचार्ज रह चुके सुंदर पिचाई अब गूगल के नए सीईओ होंगे। जानें उनकी कामयाबी के सफर के बारे में:

1. सुंदर पिचाई का जन्म 1972 में भारत के तमिलनाडु राज्य में हुआ था और उनके पिता पेशे से इलैक्ट्रिकल इंजीनियर थे जो एक ब्रितानी कंपनी जीईसी में काम करते थे। जबकि सुंदर की मां स्टेनोग्राफर थीं।

2. स्कूली शिक्षा ख़त्म करने के बाद सुंदर पिचाई को आई.आई.टी. खड़गपुर में दाखिला मिला जहां इन्होंने मेटालर्जी में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। अमरीका के स्टैनफ़र्ड विश्विद्यालय से इंजीनियरिंग में एमएस करने के बाद सुंदर ने अमरीका के सबसे प्रतिष्ठित बिज़नेस स्कूलों में से एक व्हार्टन से एमबीए भी किया।

3. सुंदर पिचाई अपने स्कूल की हाई स्कूल क्रिकेट टीम के कप्तान थे और इनकी कप्तानी में टीम ने तमिलनाडु राज्य का क्षेत्रीय टूर्नामेंट जीता था।

4. 2004 में सुंदर पिचाई ने सर्च इंजन कंपनी गूगल ज्वाइन कर ली और दुनिया भर में फैले कंपनी के ग्राहकों के इस्तेमाल के लिए बनाए जाने वाले नए प्रॉडक्ट्स की ज़िम्मेदारी संभाली।

5. सुंदर पिचाई को 2014 में गूगल में प्रोडक्ट मैनेजमेंट के वायस प्रेसिडेंट के पद पर नौकरी मिली। यहां पर पिचाई को गूगल के क्रोम ब्राऊजर और ऑपरेटिंग सिस्टम की टीम को लीड करना था। 

6. नौकरी के दौरान उन्होंने टूलबार, गूगल गियर्स, गूगल पैक जैसे जाने-माने प्रोडक्ट पर काम किया। सुंदर पिचाई के टूलबार पर किए काम ने उनके करियर में एक अलग मोड़ दिया। यहीं से गूगल ने सुंदर पिचाई की काबिलियत को पहचाना।

7. गूगल में पिचाई को खास पहचान मिली गूगल क्लाइंड सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट जैसे गूगल क्रोम और क्रोम ओएस के इनोवेशन के बाद से। 2008 में उन्हें प्रोडक्ट डेलवपमेंट का वाइस प्रेसिंडेट बनाया गया। उन्होंने पहली बार गूगल क्रोम को पेश किया, यही वजह थी कि अब सुंदर पिचाई गूगल के लिए एक जाना पहचाना चेहरा बन गए थे।

8. पिचाई को गूगल में काम करते हुए एक दशक पूरा हो चुका है लेकिन गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलपमेंट में बड़ी भूमिका निभाने के बाद दुनिया के लिए एक जाना पहचाना चेहरा बनें। उन्हें गूगल एंड्रॉयड के नए प्रमुख के तौर पर नामित किया गया।

9. सुंदर पिचाई की पत्नी का नाम अंजलि है और इनके दो बच्चों में एक बेटी और दूसरा बेटा है।

10. सुंदर पिचाई की याददाश्त ज़बरदस्त बताई जाती है। कहा जाता है कि जब तमिलनाडु में इनके घर पर 1984 में पहली बार टैलीफोन लगा था, तब सभी रिश्तेदार किसी दूसरे का नंबर भूल जाने पर सुंदर की याददाश्त का सहारा लेते थे।

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