डाक गाड़ी से डिलिवरी की तैयारी

Monday, Aug 10, 2015 - 10:20 AM (IST)

नई दिल्लीः बढ़ते हुए ई-कॉमर्स डिलिवरी कारोबार पर पकड़ मजबूत करने के लिए इंडिया पोस्ट वाहनों का अपना दस्ता बनाने की तैयारी कर रहा है। बढ़ते कारोबार ने इंडिया पोस्ट को भारतीय रेल पर निर्भरता कम करने के लिए मजबूर किया है और वह अब छोटे मार्गों के लिए रेलवे पर निर्भरता घटाने की रणनीति बना रहा है। पार्सल की डिलिवरी के मामले में इंडिया पोस्ट ऐतिहासिक रूप से भारतीय रेल पर निर्भर रहा है। अब ई-कॉमर्स डिलिवरी की बढ़ती मांग को देखते हुए 200-500 किलोमीटर तक के छोटे मार्गों पर अपने वाहनों से डिलिवरी करने की तैयारी कर रहा है। 

इस बदलाव की वजह डाक विभाग को रेलवे से होने वाली दिक्कतें हैं। ट्रेन के डिब्बे में सुरक्षा कारणों से सी.सी.टी.वी. लगाने के लिए अनुमति लेनी होती है। इस वजह से सुरक्षा के हिसाब से ऑर्डर के बारे में जानकारी रखना असंभव हो जाता है। विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ''''हमें अपनी डिलिवरी व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है, जो वर्षों से एक जैसी बनी हुई है। हमें बाजार की चुनौतियों के मुताबिक बदलाव करना होगा, जो कुछ दशकों से सामने आ रही हैं। खासकर ई-कॉमर्स में तेजी को देखते हुए बदलाव की जरूरत है। सड़क नैटवर्क से डिलिवरी देने पर पार्सलों को तेजी से पहुंचाया जा सकेगा।'''' 

इंडिया पोस्ट से डिलिवरी की मात्रा में बढ़ौतरी से यह बदलाव जरूरी हो गए हैं क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि ई-कॉमर्स में कैश ऑन डिलिवरी का कारोबार इस साल बढ़कर 1000 करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा, जो मार्च 2015 की समाप्ति तक 500 करोड़ रुपए था। मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट के मुताबिक भारत का ई-कॉमर्स उद्योग मौजूदा 13 अरब रुपए से 2020 तक बढ़कर 137 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। इसका मतलब यह कि डिलिवरी कारोबार में तेज बढ़ौतरी होगी। 

डाक विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इंडिया पोस्ट इस साल के आखिर तक 250 नए वाहन खरीदने की तैयारी कर रहा है, जबकि मौजूदा 1300 वाहनों के दस्तों को भी इस काम में लगाया जाएगा। मार्गों (शहरों व राज्यों), जहां इन वाहनोंं से सेवाएं दी जानी हैं को चिह्नित किया जाएगा और 12 चिह्नित मार्गों पर इन वाहनों से डिलिवरी शुरू की जाएगी। इंडिया पोस्ट के डिलिवरी चैनल का इस्तेमाल प्राथमिक रूप से छोटे कस्बों व शहरों के लिए होता है। 

डाक विभाग का 1.5 लाख डाकघरों का नैटवर्क है, जहां करीब 5.5 लाख कर्मचारी काम करते हैं। हाल में अमेजॉन इंडिया के ट्रांसपोर्टेशन प्रमुख सैमुएल थॉमस ने कहा था कि इंडिया पोस्ट, अमेजॉन इंडिया के पार्सल पहुंचाने में अग्रणी है। अमेजॉन की सेवाएं 19,000 पिन कोडों पर 1,40,000 डाकघरों के माध्यम से देश के सभी राज्यों व संघ शासित प्रदेशों में होता है। भारत में करीब 26,000 पिन कोड हैं।

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