2 प्रतिशत तक बढ़ सकता है चालू खाता घाटा

Sunday, Aug 02, 2015 - 03:48 PM (IST)

नई दिल्लीः देश का चालू खाता घाटा (कैड) जारी वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) का 1.8 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक बढ़ सकता है लेकिन इसके बाद भी पूरे वित्त वर्ष 2015-16 में इसके नियंत्रण में रहने की उम्मीद है। 

वैश्विक स्तर पर वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी डी.बी.एस. की रिपोर्ट में कहा गया है, "व्यापार में असंतुलन से पहली तिमाही में चालू खाता घाटा का बढ़ना देश के लिए चिंता का विषय है लेकिन जारी वित्त वर्ष में यह नियंत्रण में रह सकता है।"

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2014-15 में चालू खाता घाटा इसके पिछले वित्त वर्ष (2013-14) जी.डी.पी. के 1.7 प्रतिशत (32.4 अरब डॉलर) से घटकर 1.3 प्रतिशत (27.5 अरब डॉलर) पर आ गया।  

रिपोर्ट के मुताबिक पहली तिमाही में देश के आयात में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज की गई जबकि निर्यात 5 प्रतिशत तक लुढ़क गया।  डी.बी.एस. ने पहली तिमाही में चालू खाता घाटा में वित्त वर्ष 2014-15 की समान तिमाही के 0.3 प्रतिशत की तुलना में 1.8 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद जताई है लेकिन साथ ही यह भी कहा कि पूरे जारी वित्त वर्ष में यह 2 प्रतिशत से नीचे रह सकता है।

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