Whatsapp, Skype की कॉल का भी होना चाहिए रेगुलेशन: DOT

Thursday, Jul 16, 2015 - 05:05 PM (IST)

नई दिल्ली: इंटरनैट पर डाटा संप्रेषण की सुविधा को किसी प्रकार के पक्षपात से मुक्त रखने के संबंध में सुझाव देने के लिए गठित एक सरकारी समिति ने कहा है कि स्काइप, वाट्सएप्प और वाइबर जैसे एप्प की मदद से इंटरनैट पर स्थानीय कॉल को दूरसंचार सेवा कंपनियों की सामान्य फोन-काल सेवाओं के समान मान कर उनका उसी तरह नियमन किया जाना चाहिए।   

इस समिति ने फेसबुक की इंटरनैट.ऑर्ग जैसी परियोजनाआेें पर रोक लगाने की सिफारिश की है जो कुछ वेबसाइटों से संपर्क के लिए ग्राहकों से मोबाइल डेटा शुल्क नहीं लेंती। उसका सुझाव है कि उसी तरह की एयरटेल जीरो जैसी योजनाओं को ट्राई की पूर्व अनुमति के बाद ही लागू करने की छूट होनी चाहिए।  
 
दूरसंचार विभाग के तकनीकी सलाहकार ए के भार्गव की अध्यक्षता वाली इस समिति ने कहा है कि ‘आेवर-दी-टॉप (आेटीटी) वायस ऑन इंटरनैट प्रॉटॉकोल पर अंतरराष्ट्रीय कॉल सेवाओं को लेकर उदार दृष्टिकोण अपनाया जा सकता है। लेकिन घरेलू काल (स्थानीय और राष्ट्रीय) के मामले में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और अेटीटी संचार सुविधाओं को फिलहाल नियामकीय दृष्टि से समान रूप से देखा जा सकता है।’  
 
इंटरनैट को निरपेक्ष रखने की अवधारणा का अर्थ है कि इंटरनैट पर सभी प्रकार के ध्वनि और आंकड़ों के प्रसार के साथ बराबर का व्यवहार होना चाहिए और सेवा प्रदाता या इंटरनैट सामग्री प्रदाता को दिए जाने वाले भुगतान के आधार पर किसी कंपनी या इकाई को प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए।  
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