बेलआउट प्रस्ताव खारिज करने की अपील से गिरा बाजार

Thursday, Jul 02, 2015 - 05:01 PM (IST)

मुंबईः डिजिटल इंडिया सप्ताह की शुरुआत में निजी क्षेत्र के साढ़े चार लाख करोड़ रुपए निवेश के ऐलान से मजबूत शुरुआत को बीच सत्र तक कायम रखने के बावजूद यूनान के प्रधानमंत्री एलेक्सी सिप्रास के बेलआउट प्रस्ताव खारिज करने की अपील से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली से आज शेयर बाजार की पिछले दो सत्र की तेजी थम गयी। 
 
बीएसई का सेंसेक्स 75.07 अंक अर्थात 0.27 प्रतिशत उतरकर 28 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 27945.80 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 8.15 अंक यानि 0.10 प्रतिशत फिसलकर 8444.90 अंक पर सपाट बंद हुआ। 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल ‘डिजिटल इंडिया सप्ताह’ का शुभारंभ करते हुये कहा था कि निजी क्षेत्र ने उद्घाटन के मौके पर ही साढ़े चार लाख करोड़ के निवेश और 18 लाख लोगों को रोजगार देने की घोषणा कर दी है। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने 2.5 लाख करोड़ रुपए निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई। इससे समर्थन पाकर बाजार ने शुरुआत से बीच सत्र बाद तक मजबूती बनाये रखी। लेकिन, सिप्रास के बेलआउट पैकेज के प्रस्ताव को खारिज करने की अपील से आखिरी कारोबारी घंटे में हुई बिकवाली के कारण इसमें गिरावट देखी गई।
 
सिप्रास ने कर्जदाता एजेंसियों को लिखे पत्र में बेलआउट पैकेज की मांग करने के बाद 24 घंटे के भीतर यूटर्न लेते हुए यूनान की जनता से बेलआउट पैकेज प्रस्ताव को खारिज करने की अपील की और कहा कि यूनान को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इस दौरान निराश निवेशकों की बिकवाली से हेल्थकेयर, आईटी, कैपिटल गुड्स कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, धातु और रियल्टी समूह के शेयर 0.62 प्रतिशत तक गिरे जबकि लिवाली के बल पर एफएमसीजी, ऑटो, बैंकिंग, तेल एवं गैस, पावर और टेक समूह के शेयरों में 0.86 प्रतिशत तक की तेजी रही। 
 
बीएसई में कुल 2886 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1519 बढ़त पर और 1251 गिरावट पर रहे जबकि 116 में स्थिरता दर्ज की गयी। इसी तरह एनएसई में 1194 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 643 फायदे में और 511 नुकसान में रहे जबकि 40 में कोई बदलाव नहीं हुआ। 
 
 
 
 
 
 
 
 
Advertising