रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर, कम होगा किराया!

Thursday, May 28, 2015 - 11:04 AM (IST)

नई दिल्लीः ट्रेनों में चल रही भारी भीड़ और टिकट ना मिलने की परेशानी, भारतीय रेल यात्रियों के लिए ये आम बात है । भारी भीड़ के चलते टिकट कंफर्म ना हो पाना, टिकट उपलब्ध ना होना या ट्रेनों के खर्चे आदि जैसी समस्याओं से यात्रिओं को आए दिन रूबरू होना पड़ता है लेकिन रेलवे ने अपनी आठ ट्रेनों को प्रीमियम कैटेगरी से हटा दिया है । 
 
अब यात्रियों को भारी भरकम खर्चों की परेशानी का सामना नही करना पड़ेगा। वैसे तो रेलवे ने इसी साल इस कैटेगरी की शुरुवात की परंतु कोई भी सुविधा उपलब्ध करवाए बिना एकतरफ तो किराया और साथ ही वापसी के लिए यही किराया नॉर्मल होता था। 
 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएसटी-एर्नाकुलम और सीएसटी-थिरुनेलवेली में 35 फीसदी सीटें खाली होने के बाद यह अहसास हुआ कि यात्री इतना ज्यादा किराया देने में दिलचस्पी नहीं रखते। इसका यात्रियों द्वारा विरोध किया जा रहा था क्योंकि कुछ रूट्स पर तो इन प्रीमियम ट्रेन के टिकट की कीमत प्लेन के टिकट के बराबर होती है।
 
इन ट्रेनों में कम होगा टिकट फेयर
02019 : मुंबई सीएसटी से नागपुर जंक्शन
02020 : नागपुर जंक्शन से मुंबई सीएसटी
02053 : मुंबई सीएसटी से पटना जंक्शन
02047 : लोकमान्य तिलक टर्मिनस से गोरखपुर
02069 : लोकमान्य तिलक टर्मिनस से वाराणसी
02057 : मुंबई सीएसटी से थिरुनेलवेली जंक्शन
02065 : मुंबई सीएसटी से एर्नाकुलम
02882 : पुणे से भुवनेश्वर
 
वेस्टर्न इंडिया पैसेंजर एसोसिएशन के सदस्य थॉमस सिमॉन का कहना है कि प्रीमियर कांसेप्ट ही गलत है। उनके अनुसार, ‘यह और कुछ नहीं बल्कि ब्लैक मार्केटिंग है जिससे रेलवे कुछ खास रूट्स पर त्योहारों के दौरान जमकर मुनाफा कमाना चाहती है। हमें उम्मीद है कि इस कांसेप्ट को पूरी तरह वापस लिया जाएगा।’ सिमॉन कहते हैं कि प्रीमियम ट्रेनों से बेहतर तो ये होगा कि रेलवे अपने रैक्स का बेहतर प्रबंधन करे और ट्रेनों की स्पीड बढ़ाए।
 
 
 
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