प्रमुख शहरों में बेरोजगारी घटी

Sunday, May 24, 2015 - 01:54 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के प्रमुख शहरों में वर्ष 2011-12 के दौरान 2009-10 के मुकाबले बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एन.एस.एस.ओ.) के नए आंकड़े के अनुसार इस दौरान पुरुषों की बेरोजगारी घटने के मामले में लखनऊ जबकि महिलाओं के मामले में पटना शीर्ष पर रहा।

आंकड़े के मुताबिक जून 2011 से जुलाई 2012 के बीच लखनऊ में पुरुषों की बेरोजगारी दर 8.5 प्रतिशत और पटना में महिलाओं की बेरोजगारी दर 34.6 प्रतिशत रही। एन.एस.एस.ओ. ने बताया कि इस अवधि में प्रथम श्रेणी के शहरों में पुरुषों की बेरोजगारी दर गिरकर 2.9 प्रतिशत पर और महिलाओं की घटकर 4.3 प्रतिशत पर आ गई। रिपोर्ट के अनुसार, ''''पुरुषों के लिए बेरोजगारी दर वर्ष 2009-10 के 3.4 प्रतिशत से कम होकर वर्ष 2011-12 में 2.9 प्रतिशत पर आ गई जबकि इसी अवधि में महिलाओं की बेरोजगारी दर 5.6 प्रतिशत से गिरकर 4.3 प्रतिशत रह गई।''''

वर्ष 2011-12 के दौरान प्रथम श्रेणी के शहरों में पुरुषों की बेरोजगारी दर लखनऊ के बाद पटना में 8 प्रतिशत और हैदराबाद में 5.9 प्रतिशत रही वहीं महिलाओं की बेरोजगारी के आधार पर पटना के बाद कानपुर में 22.7 प्रतिशत और कल्याण-डोंबीविली में 11 प्रतिशत रही। द्वितीय श्रेणी के शहरों में पुरुषों की बेरोजगारी दर वर्ष 2009-10 के 2.5 प्रतिशत से बढ़कर 2011-12 में 3.3 प्रतिशत पर पहुंच गई जबकि तृतीय श्रेणी के शहरों में यह 2.6 प्रतिशत पर स्थिर रही। इस दौरान द्वितीय श्रेणी के शहरों में महिलाओं की बेरोजगारी का आंकड़ा 6.3 प्रतिशत पर स्थिर रहा जबकि तृतीय श्रेणी के शहरों में यह 5.1 प्रतिशत से गिरकर 4.8 प्रतिशत पर आ गया।

रिपोर्ट के अनुसार पुरुषों के श्रमिक-जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) के आधार पर प्रथम श्रेणी के शहरों में नासिक 86.4 प्रतिशत के साथ पहले पायदान पर और 57.5 प्रतिशत के साथ पटना निचले पायदान पर रहा। उल्लेखनीय है कि दस लाख से ज्यादा की आबादी वाले शहरों को प्रथम श्रेणी का शहर माना जाता है जबकि 50000 से 10 लाख के बीच वाले को द्वितीय श्रेणी और 50000 से कम की आबादी वाले शहरों को तृतीय श्रेणी का शहर माना जाता है। 

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