एलजी और सैमसंग के टॉप एग्जिक्यूटिव्स से मिलेंगे मोदी

Wednesday, May 13, 2015 - 12:09 PM (IST)

नई दिल्लीः अगले सप्ताह साउथ कोरिया की यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी  सैमसंग और एलजी के टॉप एग्जिक्यूटिव्स से मुलाकात करेंगे। वे इन कोरियाई कंपनियों को इंडिया में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स लगाने को कहेंगे, जिससे सेलफोन मैन्युफैक्चरिंग में और निवेश आ सकेगा। इस संबंध में संपर्क किए जाने पर कम्युनिकेशन ऐंड आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने इस बात की पुष्टि की। 

उन्होंने कहा कि पीएम अपनी यात्रा के दौरान एलजी और सैमसंग के टॉप ऑफिशिल्स से मुलाकात करेंगे ताकि ''मेड इन इंडिया पॉलिसी के तहत और निवेश लाया जा सके।'' प्रसाद ने कहा, ''इससे पहले मैं इन कंपनियों के एग्जिक्यूटिव्स से मिल चुका हूं। हमें अब कुछ ठोस काम होने की उम्मीद है।'' मोदी के एजेंडा में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रेजिडेंट और हेड (आईटी ऐंड मोबाइल कम्युनिकेशंस बिजनस) जे के शिन से मुलाकात भी शामिल है। शिन पैरंट कंपनी के बोर्ड में डायरेक्टर हैं। उन्हें सैमसंग में सबसे प्रभावशाली एग्जिक्यूटिव माना जाता है। 

मोदी एलजी इलैक्ट्रॉनिक्स के ग्लोबल सीईओ और वाइस चेयरमैन बोन जून कू से मिलेंगे। कू एलजी ग्रुप की प्रमोटर फैमिली से हैं और संस्थापक की चौथी पीढ़ी से ताल्लुक रखते हैं। इन दो कोरियाई कंपनियों में से एक के एग्जिक्यूटिव ने कहा कि पीएम भारत को सेलफोन और सेमीकंडक्टर कारखाने के एक बड़े संभावनाशील केंद्र के रूप में पेश कर सकते हैं। सेमीकंडक्टर प्लांट में कई यूनिट्स लगानी होती हैं और इसमें 2-3 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट होता है। 

एग्जिक्यूटिव ने कहा, ''सेमीकंडक्टर प्लांट लग जाने पर ही इंडिया में सेलफोन मैन्युफैक्चरिंग की पिक्चर पूरी तरह बदलेगी, क्योंकि तब सेलफोन या इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट कंपोनेंट लेवल यहां से बनाए जा सकेंगे। अभी मॉडल्स और कंपोनेंट्स को मुख्य तौर पर आयात किया जाता है और फिर उन्हें इंडिया में असेंबल किया जाता है।'' एलजी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर सून क्वॉन ने कहा कि मोदी की यात्रा से दोनों देशों के संबंध मजबूत होंगे। 

उन्होंने कोरियाई कंपनियों के साथ पीएम की मीटिंग के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। सैमसंग इंडिया के प्रवक्ता से कमेंट्स के लिए संपर्क नहीं हो सका। केंद्र सरकार सेमीकंडक्टर या चिप लेवल मैन्युफैक्चरिंग से जुड़ा इनवेस्टमेंट इंडिया में लाने की कोशिश कर रही है। इसमें अब तक खास सफलता नहीं मिली है। यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल के आखिरी वर्ष में सैमसंग और एलजी से भारत में निवेश करने को कई बार कहा था ताकि यहां सेमीकंडक्टर प्लांट लग सके, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी थी। 

सैमसंग दुनिया की जानी-मानी सेमीकंडक्टर फर्म है और वह अपनी प्रतिद्वंद्वी एपल के आईफोन के लिए भी चिप सप्लाई करती है। एलजी भी अपना सेमीकंडक्टर बिजनस रिवाइव कर रही है और उसने कोरिया में ऐसी कुछ कंपनियों को खरीदा है। एलजी के लिए इंडिया अभी पांचवां सबसे बड़ा बाजार है और यहां उसके दो प्लांट्स हैं। सैमसंग के भी यहां दो कारखाने हैं और वह यहां तीसरा कारखाना लगाने के बारे में सोच रही है।

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