शुल्क वापसी दावे 6,423 करोड़ रुपए पर पहुंचे, निर्यात होगा प्रभावित: फियो

Sunday, May 03, 2015 - 05:24 PM (IST)

नई दिल्ली: निर्यातकों ने कहा है कि सरकार को 6,423 करोड़ रुपए शुल्क वापसी (ड्यूटी रिफंड) दावों का तेजी से निपटान करना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से निर्यात प्रभावित हो रहा है। निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो ने कहा कि कई बार आग्रह के बावजूद सीमा शुल्क विभाग उनके दावों का निपटान नहीं कर रहा है।  

फियो के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा, ''''राजस्व विभाग निर्यातकों की मदद करने के बजाय अपने लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर अधिक चिंतित दिखाई देता है। ढाई महीने से दावे लंबित हैं और अब यह आंकड़ा 6,423 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।'''' निर्यातकों को उत्पादों के विनिर्माण में उस कच्चे माल के आयात पर शुल्क वापसी मिलती है, जिसका निर्यात किया जाता है। रल्हन ने कहा कि निर्यात के लिए एक बड़ा मुद्दा तरलता का है।

ड्यूटी ड्राबैक व सेनवैट के लंबित दावों की वजह से निर्यात प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से निर्यात पर विशेष ध्यान देने का आग्रह करते हुए सतर्क किया कि निर्यात में लगातार गिरावट से रोजगार के अवसरों का भी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि शुल्क वापसी दावे लगातार बढ़ते जाते हैं तो इसका निर्यात पर बुरा असर पड़ेगा। रल्हन ने कहा, ''''भारत के निर्यात के लिए परिस्थितियां अच्छी नहीं हैं। हम पहले ही पिछले साल का निर्यात लक्ष्य हासिल नहीं कर पाए हैं। चालू वित्त वर्ष में भी निर्यात कंटेनरों की संख्या में गिरावट से निर्यात में और गिरावट आ सकती है। आर्डर बुक की स्थिति भी ठीक नहीं है।''''

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