रेल यात्रियों के लिए जरूरी खबर!

Tuesday, Apr 14, 2015 - 05:59 PM (IST)

नई दिल्ली: रियायती टिकटों के दुरूपयोग के मामले सामने आने के साथ रेलवे ने राजस्व के नुकसान को रोकने के इरादे से मरीजों को पहचान पत्र जारी करने सहित अनेक उपाय करने का निर्णय किया है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरीजों को मिलने वाली रियायती सुविधाओं के दुरूपयोग के मामले हुए हैं जो न सिर्फ रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि वास्तविक यात्रियों को इस तरह के टिकटों के लाभ से वंचित कर रहा है। 

अधिकारी ने कहा कि रोगियों को मिलने वाले रियायत को फर्जी तरीके से डाक्टर का सर्टिफिकेट हासिल कर हड़पा जा रहा है। रेलवे विशिष्ट पहचान पत्र जारी करने से पहले डाक्टर का नाम और उसका रजिस्ट्रेशन नंबर तथा अन्य जरूरी जानकारियों की पड़ताल करेगा। जांच पड़ताल की व्यवस्था को मजबूत बनाया गया है ताकि रियायती सुविधाओं के दुरूपयोग को रोका जा सके और सिर्फ सही व्यक्तियों को लाभ मिले।   

पहचान पत्र में एक नंबर होगा जिसका इस्तेमाल ई टिकटों की बुकिंग के लिए भी किया जा सकेगा। रेलवे कुछ खास किस्म की बीमारी के रोगियों को रेल यात्रा में विभिन्न किस्म की रियायत देता है। जैसे कैंसर के रोगियों को अकेले या एक सहयोगी के साथ निश्चित समय पर चेकअप कराने के लिए स्लीपर में और एसी थ्री में यात्रा करने में सौ फीसदी, एसी चेयर कार में 75 फीसदी और एसी फस्र्ट एवं एसी टू में पचास फीसदी रियायत मिलती है। इसके अलावा थैलीसिमिया, टीबी और कुष्ठ रोगियों के मरीजों तथा हार्ट सर्जरी और गुर्दे का प्रत्यारोपण के आपरेशन के लिए यात्रा करने वालों को भी ट्रेन यात्रा में अलग अलग रियायत मिलती है।

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