इस शख्स ने सलाह देकर खड़ा किया करोड़ों का बिजनेस

punjabkesari.in Wednesday, Apr 08, 2015 - 11:27 AM (IST)

नई दिल्लीः अगर आपके पास कोई बिजनेस आइडिया है और आप किसी की सलाह लेना चाहते है तो लियोनेल चार्ल्स इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। चार्ल्स रेग्युलेटरी कंप्लायंस, लीगल, अकाऊंटिंग और बिजनेस अडवाइज देने वाली Indiafilings.com के फाऊंडर हैं। 2014 में उनकी फर्म ने लगभग 1,000 स्टार्टअप्स को कारोबार शुरू करने में मदद की थी।

चार्ल्स का कहना है, ''''हम भारत में बिजनेस शुरू करने और उसे मैनेज करने की राह आसान बनाना चाहते हैं।'''' 28 वर्षीय चार्ल्स आईटी इंजिनियर और एमबीए होने के साथ ट्रेंड कमर्शियल पायलट भी हैं। वह सोशल आंट्रप्रन्योर के तौर पर भी काम कर रहे हैं। अमरीका में अपनी एजुकेशन पूरी करने के बाद चार्ल्स ने कुछ समय के लिए लुफ्थांसा एयरलाइंस के साथ काम किया था। फिर वह 2010 में भारत लौट आए। उसी वर्ष उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों से 20 लाख रुपए उधार लेकर वर्व फाइनैंशल सर्विसेज की शुरूआत की।

यह बिजनेस कंसल्टेंसी फर्म स्थापित बिजनेस की जरूरतें पूरी करती थी। पहले साल में फर्म की आमदनी लगभग 8 लाख रुपए थी। 2012-13 में इसका रेवेन्यू 2.4 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था। हालांकि चार्ल्स इससे कुछ ज्यादा करना चाहते थे। इस वजह से उन्होंने इंपोर्टेड हेल्थ सप्लीमेंट्स बेचने का फैसला किया लेकिन फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मंजूरी न मिलने के चलते यह काम शुरू नहीं हो सका।

वर्व फाइनैंशल सर्विसेज के फाऊंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर चार्ल्स ने बताया, ''''मुझे लगभग 30 लाख रुपए का नुक्सान हुआ और मैंने तय किया कि मैं उसी पर ध्यान दूंगा, जिसे मैं अच्छी तरह जानता हूं और जिसके लिए मैंने ट्रेनिंग ली है।'''' उसी समय उनके पिता से एक युवा आंट्रप्रन्योर सिद्धार्थ ने संपर्क किया, जो अपना इलैक्ट्रॉनिक्स बिजनेस शुरू करना चाहते थे। सिद्धार्थ को बैंक से लोन लेने में मुश्किल हो रही थी और उन्हें इसमें मदद चाहिए थी। चार्ल्स के पिता की मदद से सिद्धार्थ को लोन मिल गया। चार्ल्स ने कहा, ''''कुछ समय के बाद सिद्घार्थ से मिलने पर मुझे पता चला कि उनकी कंपनी रजिस्टर्ड नहीं है। मुझे तब ख्याल आया कि हम सिद्धार्थ की कंपनी रजिस्टर कराने में मदद कर सकते हैं।''''

इसके अलावा हम उनके जैसे आंट्रप्रन्योर को अकाउंटिंग और लीगल अडवाइजरी सर्विसेज भी दे सकते हैं। Indiafilings.com पर रोजाना लगभग 7,000 विजिटर्स आते हैं। इनमें से बहुत से विजिटर्स केवल जानकारी चाहते हैं। चार्ल्स ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन 10 से ज्यादा क्लाइंट्स मिल रहे हैं और यह संख्या आने वाले समय में और बढ़ेगी। 2015 में उन्हें 5,000 स्टार्टअप्स को रजिस्ट्रेशन में मदद करने की उम्मीद है। 2014-15 में Indiafilings.com की आमदनी लगभग 4 करोड़ रुपए की है, जबकि वर्व को दो करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला है।


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