2015 में भी लोग क्यों करते हैं SMS का प्रयोग ?

Monday, Apr 06, 2015 - 03:55 PM (IST)

जालंधरः शॉर्ट मैसेज सर्विस (एस.एम.एस.), जिसको बोलचाल की भाषा में ''टैक्सट'' के नाम से जाना जाता है, यह एक प्रोटोकॉल है जो मोबाइल नैटवर्क के जरिए संक्षेप मैसेज भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पहले एस.एम.एस. 1992 में भेजा गया था, 2010 में एस.एम.एस. बहुत व्यापक रुप से प्रयोग होने वाला डाटा एप्लीकेशन था जो 80 फीसदी मोबाइल यूजर्स द्वारा अपनाया गया। फिर स्मार्टफोन का जमाना आया।स्मार्टफोन ग्राहक को अलग-अलग आऊटलैटस (एप्प) के जरिए बातचीत करने का मार्ग दिखाने लगा। हालांकि अनेक संचार चैनलों के आने के बावजूद, SMS अभी भी व्यापक रुप से प्रयोग हो रहा है और संचार के प्राइमरी चैनलों में एक बना हुआ है। क्यों? इसके 4 महत्वपूर्ण कारण है:

1. SMS ईमेल्स और ओ.टी.टी. एप्पस के मुकाबले ज्यादा तेजी के साथ डिलीवर होता है। SMS के लिए सिर्फ मोबाइल फोन और सर्विस प्लेन चाहिए । 

2.SMS भेजने और प्राप्त करने के लिए हाई स्पीड इंटरनैट की ज़रूरत नहीं होती है। SMS भेजने के लिए सिर्फ़ एक मोबाइल नंबर होना ज़रूरी है न कि बाकी मशहूर एप्पस जैसे कि व्हॉट्सएप्प, फेसबुक मैसेंजर, वायबर और वीचैट की तरह वाई-फाई या नैट की।

3.SMS को पर्सन-टू-पर्सन (पी2पी) SMS द्वारा श्रेणीबद्ध किया जा सकता है, जहां दो मोबाइल यूजर मैसेज के आदान-प्रदान करते हैं। दूसरी तरफ, एप्लीकेशन-टू-पर्सन (ए2पी) SMS, एक एप्प को दूसरे मोबाइल यूजर को मैसेज डिलीवर करने की इजाज़त देता है। आम तौर पर ए2पी SMS, भुगतान पुष्टीकरन, अपॉइंटमेंट रिमाइंडर, बैंक की तरफ से अकाऊंट अपडेट्स, मोबाइल टिकटिंग, फाइट अपडेट्स आदि मामलों में प्रयोग होता है, जो कि महंगा है।

4.मोबाइल डिवाइसिस के प्रसार के साथ, ज़्यादा निजी डाटा पहले की अपेक्षा कहीं ज़्यादा वैब पर ट्रांसफर किया जा रहा है। एक -दूसरे के मोबाइल पर SMS भेजना, अपने डाटा को सुरक्षित रखना ज़्यादा बढ़िया तरीका है। SMS के द्वारा भेजा निजी डाटा दूसरे एप्पस के मुकाबले ज़्यादा सुरक्षित रहता है। 

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