टैलीकॉम 4जी डाटा में छिड़ेगी नई प्राइस वार

Sunday, Mar 29, 2015 - 02:51 PM (IST)

पटनाः वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से उभरते टैलीकॉम बाजारों में एक भारत में इंटरनैट इस्तेमाल करने वाले करोड़ों ग्राहकों को आने वाले समय में बड़ी सौगात मिलना तय है क्योंकि हाल ही संपन्न चौथी पीढ़ी यानी 4जी के लिए स्पेक्ट्रम निलामी के दैारान देश में मौजूद सभी टेलीकॉम कंपनियों ने उपलब्ध सभी बैंड में ज्यादा से ज्यादा स्पेक्ट्रम हथियाकर आगे की रणनीति तैयार कर ली है। इससे यह साफ हो गया है कि इन कंपनियों में डाटा को लेकर प्राइस वार छिडऩा तय है।  
 
टैलीकॉम कंपनियों के बीच प्राइस वार कोई नहीं बात नहीं है। पिछले दो दशको के दौरान टेलीकॉम कंपनियों के बीच कई मौके पर प्राइस वार दिखी है। कंपनियों के बीच गलाकाट प्रतिस्पर्धा का परिणाम है कि आज देश में टेलीकॉम दरें पूरे  विश्व में संभवत: सर्वाधिक कम है। 
 
लोकल. एसटीडी और फिर 2जी और 3जी डाटा को लेकर कंपनियों की प्राइसवार का फायदा हमेशा ग्राहकों को मिला है। 4जी के लिए स्पेक्ट्रम की निलामी के दौरान कंपनियों ने जिस तरह की आक्रमक बोली लगाई है। उससे तो यह बात तय है कि भविष्य में टेलीकॉम कंपनियों का पूरा ध्यान कॉल की बजाए डाटा सेवाओं पर होगा।   स्पेक्ट्रम निलामी के दौरान एयरटेल, रिलायंस कम्युनिकेशन, आईडिया और इस क्षेत्र में हाल ही कदम रखने वाली रिलायंस जिओ इंफोकॉम ने 800 और 1800 मैगाहटर्ज के लिए जिस आक्रमक तरीके से स्पेक्ट्रम खरीदा है।
 
उसने आने  वाले समय में डेटा के क्षेत्र में प्राइस वार की नींव तैयार हो चुकी है। रिलायंस जिओ इंफोकॉम को देश के कुल 13 सर्किल में स्पेक्ट्रम मिला है। इसके तहत 800 मैगाहटर्ज के लिए बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, मुंबई, असम समेत दस सर्किल में लाइसैंस मिला है। वहीं 1800 मैगाहटर्ज में हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान और तमिलनाडु समेत छह सर्किल के लिए कंपनी ने लाइसेंस हासिल किया है। 
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