जब राजन ने ‘माफी’ मांगी

Wednesday, Mar 04, 2015 - 10:25 PM (IST)

मुंबई: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्रीय बैंक के ब्याज दर पर रूख के संदर्भ में ‘गुमराह’ करने वाले अपने बयान को लेकर आज माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को संदर्भ से हटकर देखा गया।  

सोमवार को गुरूनानक कालेज के छात्रों को संबोधित करते हुए राजन ने कहा था कि भारत में पूंजी प्रवाह की बाढ़ है क्योंकि दुनिया भर के केंद्रीय बैंक ब्याज दर कम कर निम्न स्तर पर ला रहे हैं लेकिन रिजर्व बैंक देश में उच्च मुद्रास्फीति के कारण तत्काल एेसा करने में असमर्थ है।  
 
उनकी यह बात मीडिया में आने के बाद कुछ विश्लेषकों ने इसका यह मतलब निकाला कि रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दर में कटौती नहीं करने जा रहा है। अब जब रिजर्व बैंक ने अचानक रेपो दर में कटौती कर दी तो विश्लेषकों के साथ कांफ्रेन्स काल में उनसे उस बयान के संदर्भ में उनके रूख में अचानक बदलाव के बारे में पूछा गया।   
 
इसके जवाब में राजन ने ‘माफी’ मांगी और यह भी कहा कि उनकी बातों को संदर्भ से हटकर लिखा गया और उन्होंने बंद कमरे में छात्रों के साथ मुद्रास्फीति तथा ब्याज दरों पर बातचीत के दौरान बाजार को ‘गुमराह’ नहीं किया।
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