इन बेटियों के हाथ में है बिजनस की कमान

Wednesday, Mar 04, 2015 - 02:15 PM (IST)

नई दिल्लीःबेटियां जिन्हें कभी कोख में ही मार दिया जाता था,अाज कुछ लोग इन्हें जन्म लेन से पहले ही मार देते है लेकिन अाज यहीं बेटियां मां-बाप के सिर का ताज बन चुकी हैं। कई परिवारों में लड़का न होने के कारण बेटियां अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटाती है। अब बेटियों द्वारा अपने पुश्तैनी कारोबार को संभालने की परंपरा बन गई है। हम अापकों बताते हैं उन बेटियों के बारे में जो बिजनस की कमान इस तरह से संभाल रही है कि उनके परिजनों को उन पर  नाज तो है ही साथ में वे बेफिक्र भी है।

इशा अंबानी

रिलायंस जियो की बोर्ड डायरेक्टर हैं इशा अंबानी। इशा अंबानी उद्योगपति मुकेश अंबानी की इकलौती बेटी हैं। रिलायंस जियो इनफोकॉम और रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड को जॉइन करने से पहले इशा ने न्यूयॉर्क में मकिंजी में बिजनस ऐनालिस्ट के तौर पर काम किया

अनन्या श्री बिड़ला

अनन्या बिड़ला स्वतंत्र माइक्रोफाइनैंस की चेयरपर्सन हैं। कॉर्पोरेट घरानों में यह दस्तूर है कि बच्चे किसी और ग्लोबल कॉर्पोरेशन्स में अनुभव हासिल करने के बाद अपने खानदानी बिजनस को चलाते हैं। लेकिन उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला की बेटी अनन्या श्री बिड़ला ने इस रुझान के खिलाफ रास्ता चुना। उन्होंने स्कूल में ही फैसला कर लिया था कि वह सामाजिक उद्यमी बनेंगी।  

श्रुति शिबुलाल 

श्रुति शिबुलाल तमारा ऑफबीट आंत्रप्रन्योर की निदेशक हैं। एस.डी.शिबुलाल की बेटी श्रुति शिबुलाल के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।  

मानसी किरलोसकर

किरलोसकर सिस्टम्स लि. डिजाइन्स फॉर ग्रोथ की डायरेक्टर मानसी किरलोसकर बेंगलुरु के उद्यमी गीतांजलि और विक्रम किरलोसकर की इकलौती बेटी हैं।  

लक्ष्मी वेणु

32 साल की बेटी लक्ष्मी वेणु सुंदरम क्लेटॉन का काम संभाल रही हैं तो बेटा सुदर्शन टीवीएस मोटर का। वे दोनों अपने पारिवारिक बिजनस में पांच साल से अधिक समय से लगे हुए हैं।

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