बजट को उद्योग समर्थक कहना, पूरी तरह गलत: सरकार

Sunday, Mar 01, 2015 - 05:14 PM (IST)

नई दिल्ली: बजट प्रस्तावों को कंपनियों के पक्ष में तथा गरीबों के खिलाफ बताए जाने को लेकर हो रही ओलाचनाओं को खारिज करते हुए सरकार ने आज कहा कि यह विचार सरासर गलत और आधारहीन है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा, ‘‘वे (आलोचक) पूरी तरह गलत हैं यह आधारहीन, गुमराह करने वाला है और कहीं भी आंकड़ों में इसकी पुष्टि नहीं होती।’’

वह इस आलोचना का जवाब दे रहे थे कि वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा कल संसद में पेश राजग सरकार का पहला पूर्ण बजट कंपनियों के पक्ष में तथा गरीबों के खिलाफ है। पूर्व वित्त मंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि बजट में कंपनी कर मौजूदा 30 प्रतिशत से घटाकर अगले 4 साल में 25 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है। इससे कंपनियों को अगले 4 साल तक हर साल 20,000 करोड़ रुपए के बराबर लाभ होगा। सिन्हा के अनुसार कंपनी कर को अगले 4 साल में 30 प्रतिशत से कम कर 25 प्रतिशत करने का प्रस्ताव राजस्व के लिहाज से नुक्सानदायक नहीं है, क्योंकि ऐसा करने के साथ ही कंपनियों को मिलने वाली विभिन्न प्रकार की छूट समाप्त होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल वे (कंपनियां) 30 प्रतिशत कर नहीं दे रहे हैं। वास्तव में  वे 23 प्रतिशत कर दे रहे हैं। कंपनियों को जो छूट मिल रही है, उसे हम समय के साथ समाप्त करने जा रहे हैं और उनका कर 25 प्रतिशत होने जा रहा है।’’ सिन्हा ने कहा कि इस कदम का मकसद कर बढ़ाना नहीं बल्कि गड़बडिय़ों और असुविधाओं को दूर करना तथा कर प्रणाली को आसान और विश्वसनीय एवं कारोबार करने को आसान बनाना है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस लिहाज से मैं इस आलोचना को पूरी तरह खारिज करता हूं कि यह बजट कंपनियों के लिए है। यह बजट लोगों के लिए है।’’ उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा लाभान्वित मध्यम वर्ग होगा।
 

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