रोटी-दाल से लेकर सीमेंट-स्टील तक होगा महंगा

Saturday, Feb 28, 2015 - 07:00 AM (IST)

नई दिल्लीः रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने पहले बजट में यात्री किरायों में भले ही कोई बढ़ौतरी नहीं की हो लेकिन कई चीजों का ढुलाई भाड़ा बढ़ा कर घर-गृहस्थी से लेकर उद्योग जगत तक की धड़कनें बढ़ा दी हैं। प्रभु ने रेल बजट में सीमेंट, कोयला, लोहा इस्पात, खाद्यान्न एवं दालें, यूरिया, घरेलू उपयोग वाले लौह अयस्क, मूंगफली का तेल, मिट्टी तेल, एलपीजी आदि कमोडिटी की ढुलाई के लिए भाड़ा बढ़ाने का प्रस्ताव कर दिया है।

अनाज, दालों और यूरिया के ढुलाई भाड़े में तो रिकॉर्ड 10 फीसदी की बढ़ौतरी की गई है। भाड़े में यह बढ़ौतरी 1 अप्रैल से लागू होगी।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बेहद चतुराई का प्रदर्शन करते हुए खाने वाले नमक की ढुलाई भाड़े में फेरबदल किया है, ताकि लोगों को लगे कि नमक की ढुलाई सस्ती होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल उन्होंने खाने वाले नमक की ढुलाई का क्लास तो 110 से घटा कर 100 कर दिया लेकिन क्लास 100 के लिए माल भाड़े के ढांचे में 10 फीसदी की बढ़ौतरी की दी।

यही नहीं, रेल मंत्री ने सीमेंट, कोयला, लोहा एवं इस्पात, खाद्यान्न एवं दालें, यूरिया, घरेलू उपयोग वाले लौह अयस्क, धातु स्क्रैप और कच्चा लोहा, स्लैग, मूंगफली तेल, बिटुमिन और चारकोल, मिट्टी तेल और एलपीजी का माल भाड़ा भी बढ़ाने का प्रस्ताव कर किया है। हालांकि उन्होंने चूना पत्थर, डोलामाइट ओर मैंग्नीज अयस्क तथा डीजल की ढुलाई में मामूली कटौती करने का भी प्रस्ताव किया है।

रेलवे के बजट में औसत दूरी के आधार पर मौजूदा एवं प्रस्तावित श्रेणी में मूल माल भाड़ा दरों की जो सूची दी गई है उसके मुताबिक सीमेंट की ढुलाई के माल भाड़े में औसतन 2.7 फीसदी, कोयले की ढुलाई में 6.3 फीसदी, लोहा एवं इस्पात की ढुलाई में 0.8 फीसदी, अनाज एवं दालों की ढुलाई में 10 फीसदी, यूरिया में 10 फीसदी, घरेलू उपयोग वाले लौह अयस्क में 0.8 फीसदी, स्क्रैप और पिग आयरन में 3.1 फीसदी, आयरन स्लैग में 2.7 फीसदी, मूंगफली के तेल में 2.1 फीसदी, कोलतार और बिटुमिन में 0.8 फीसदी और एलपीजी के ढुलाई भाड़े में 0.8 फीसदी की बढ़ौतरी का प्रस्ताव है।

गाजियाबाद के निवासी सहदेव बहादुर ने रेल बजट के प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया रेल मंत्री ने एक ओर टिकट और मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) की दरों में कोई बढ़ौतरी नहीं करके यात्रियों को राहत दी है, तो खाद्यान्न एवं दालों की ढुलाई में 10 फीसदी की तगड़ी बढ़ौतरी की दी है। इससे तय है कि बाजार में गेहूं, मक्का से लेकर दाल तक महंगी हो जाएगी। यही नहीं, यूरिया की ढुलाई में भी 10 फीसदी की बढ़ौतरी की गई है। इससे तो खाने-पीने का सामान ही महंगा होगा, क्योंकि जब किसानों को महंगा यूरिया मिलेगा तो साग-सब्जी से लेकर तमाम कृषि उत्पाद महंगे हो जाएंगे। उनका कहना है कि अब बिजली भी महंगी हो जाएगी, क्योंकि जब कोयले की ढुलाई 6.3 फीसदी महंगी हो जाएगी, तो बिजली बनाने वाली कंपनियां बिजली की कीमत बढ़ाएगी।

सीमेंट, कोयला, लोहा एवं इस्पात, खाद्यान्न एवं दालें, यूरिया, घरेलू उपयोग वाले लौह अयस्क, धातु स्क्रैप और कच्चा लोहा, स्लैग, मूंगफली तेल, बिटुमिन और चारकोल, मिट्टी तेल और एलपीजी का 1 अप्रैल से बढ़ जाएगा माल भाड़ा
 

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