भारतीय ई-कॉमर्स में जल्द उतरेगी अलीबाबा

punjabkesari.in Wednesday, Feb 11, 2015 - 04:27 PM (IST)

नई दिल्लीः चीन की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा क् चेयरमैन जैक मा अगस्त या सितंबर में दोबारा भारत में आ रहे है। इससे लगता है कि अलीबाबा भारतीय ई-कॉमर्स में जल्द दस्तक देने वाली है। पिछले साल चीनी कारोबारियों के प्रतिनिधिमंडल के तहत वह भारत दौरे पर आए है।
 
उम्मीद की जा रही है कि अलीबाबा के वरिष्ट कार्यकारी अधिकारी भी जैक मा के साथ भारत दौरे पर आएंगे। चीन की इ-कॉमर्स कंपनी ने पिछले सप्ताह भारत की स्टार्ट-अप पेटीएम में निवेश करने की घोषणा की है। अलीबाबा के सह-संस्थापक पेंग लेई देश में ई-वालेट सेवा मुहैया करवाने वाली सबसे बड़ी कंपनी पेटीएम के बोर्ड में शामिल हो रही है।
 
अनीबाबा के शुरू करने से पहले 50 वर्षीय जैक मा अंग्रेजी के प्राध्यापक थे। वह पिछले साल नवंबर में चीनी कारोबारियों के प्रतिनिधिमंडल के तहत भारत दौरे पर आए थे। उस दौरान उन्होंने कहा था कि अलीबाबा भारत में ओर निवेश करना चाहती है। वह प्रधानमंत्री के भाषण से काफी प्रभावित थे।
 
एमेजॉन के जेफ बेजोस और फेसबुक के मार्क जुकेनबर्ग ने भारत दौरे के दौरान कई कार्यक्रम में व्यत रहे थे। लेकिन इलके विपरीत मा का पिछला दौरा कफी सीमित रहा है। उस समय प्रधानमंत्री दक्षिण इशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन सम्मेलन में भाग लेने के लिए नेपाल दौरे पर आए थे। 
 
अलीबाबा एक शेयरधारक जापान की कंपनी सॉफ्टबैंक ने भारत में 10 अरब डॉलर का निवेश किया है। अमोजॉन ने मार्केटप्लैस मॉडस के तहत 2013 में भारत में प्रवेश किया था लेकिन अलीबाबा क्वल सोर्सिंग कारोबार कर रही है। मार्च 2013 तक चीमन में अलीबाब समूह की वेबसाइटों के दजरिए 60 फीसदी पर्सनल की डिलिवरी होती थी जबकि सितंबर 2014 तक चीन की कुल ऑनलाइन बिक्री में अलीबाबा की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी थी।
 
बहरहाल, उम्मीद की जा रही है कि 2016 तक भारतीय ई-कॉमर्स का आकार बढ़कर हो जाएगा। रतन टाटा अजीम प्रेमजी जैसे दिग्गज कारोबारी ई-कॉमर्स कंपनियां में निवेश कर रही है। भारत में ई-कॉमर्स का आकार चीन के मुकाबले अब भी महज 1 फीसदी है। 

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