2 साल में निजी कंप्यूटिंग उपकरणों पर काम करेंगे 20 फीसदी कर्मचारी

Monday, Feb 09, 2015 - 02:58 PM (IST)

मुंबईः अगले 2 साल में 20 प्रतिशत कर्मचारी निजी कंप्यूटिंग उपकरणों के जरिए कंपनी के डाटा पर काम करेंगे जबकि 2020 तक देश की कम से कम दो-तिहाई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को जोडऩे के लिए ''इंटरनैट ऑफ थिंग्स'' (आईओटी) का इस्तेमाल करेंगी। अमरीकी सूचना प्रौद्योगिकी अनुसंधान कंपनी गार्टनर ने अपने एक अध्ययन में यह बात कही है।

गार्टनर की रिपोर्ट के अनुसार 2017 तक 7 प्रतिशत भारतीय संस्थाएं और कंपनियां अपने कारोबार के लिए सार्वजनिक क्लाउड सेवाओं का इस्तेमाल करेंगी। पिछले साल 2 प्रतिशत कंपनियां इसका इस्तेमाल कर रही थीं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय कंपनियां तेजी से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रही हैं और इसलिए डिजिटल कारोबार और आईओटी तकनीक के क्षेत्र में नई कंपनियां उभरेंगी। इसके मुताबिक वर्ष 2018 तक देश में इस क्षेत्र की कम से कम ऐसी 5 कंपनियां होंगी जिनका कारोबार एक अरब डॉलर से अधिक का होगा।

गार्टनर का कहना है कि घरेलू मांग, उच्च कौशलयुक्त मानव संसाधन की उपलब्धता और सरकार की अनुकूल नीति के कारण नए उद्यमों का विकास हो रहा है। सफल कंपनियां तेजी से बढ़ती हुई अगले 5 साल में एक अरब डॉलर की हो जाएगी।

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