अब आम के बाद यूरोप जाएंगी भारतीय सब्जियां?

Monday, Feb 02, 2015 - 12:51 PM (IST)

पुणेः देसी आम पर से प्रतिबंध हटाने के बाद यूरोपीय संघ अब भारत से बैंगन, अरवी, करेला और टिंडा के आयात को मंजूरी दे सकता है। पौधा सुरक्षा, पृथक्करण और भंडारण निदेशालय फरीदाबाद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब देश से बाहर जाने वाली हर कंसाइनमेंट पर गहरी नजर रखी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यह कीट मुक्त हों।

यूरोपीय संघ ने कहा है कि वह पहले यह देखेगा कि भारतीय निर्यातक आम के भंडारण की कैसे व्यवस्था करते हैं, उसके बाद ही भारत से कुछ सब्जियों के आयात की अनुमति देगा।

कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा), मुंबई से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यूरोपीय संघ आम की क्वॉलिटी की गहराई से मॉनिटरिंग करेगा। कुछ समय पहले क्वॉलिटी को लेकर भारत से आम के आयात पर यूरोप में पाबंदी लगा दी गई थी।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले 3 से 4 महीने में प्रतिबंध हटाया जा सकता है। एक अधिकारी ने बताया कि यूरोपीय संघ की एक टीम ने कुछ दिनों पहले भारत का दौरा किया और निर्यातकों द्वारा पहले की गई गलतियों की जांच की। उन लोगों ने निर्यातकों और निरीक्षकों के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया।

फरीदाबाद स्थित निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया, यूरोपीय संघ में निर्यात के लिए एक खास प्रक्रिया विकसित की गई है। इस प्रक्रिया के विवरण को निर्यातकों और हितधारकों के बीच बांटा गया है ताकि इस पर उनकी टिप्पणी और विचार प्राप्त हो सके।

इस प्रक्रिया के तहत फलों और सब्जियों की खेती सिर्फ रजिस्टर्ड किसानों से ही की जाएगी। उसके बाद फल और सब्जियां हॉट वॉटर ट्रीटमेंट की प्रक्रिया से गुजरेगी। इसके अलावा यूरोप के लिए पैक होने वाली सब्जी और फलों के निरीक्षण के लिए टीमों का गठन किया गया है।

हाल ही में संपन्न एक मीटिंग में अपेडा के अधिकारियों ने महाराष्ट्र स्टेट ऐग्रिकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड को आवश्यक प्रक्रिया से गुजरने के बाद आम के लिए हॉट वॉटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया पर फैसला करने को कहा।

अपेडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ''''फाइटोसैनिटरी सर्टिफिकेट कंसाइमेंट को हॉट वॉटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही दिया जाएगा। हॉट वॉटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया को मार्केटिंग बोर्ड के टेस्टों के बाद ही अंतिम रूप दिया जाएगा।''''

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