एयर इंडिया की बिगड़ती छवि पर सख्त हुआ विभाग

Sunday, Feb 01, 2015 - 12:47 PM (IST)

मुंबईः देश की राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया की उड़ानों में विलंब की शिकायतें लगातार सामने आती रहती हैं। इस देरी को एयरलाइन की प्रतिष्ठा के लिए खतरा मानते हुए अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इससे सख्ती से निपटने के लिए कमर कस ली है। एयरलाइन प्रबंधन ने 30 जनवरी को एक निर्देश पत्र जारी करते हुए कैबिन क्रू को समय सीमा की पाबंदी को लेकर सचेत किया है। एनबीटी के पास इस निर्देश पत्र की एक प्रति है।

निर्देश पत्र में कैबिन क्रू, पायलटों, अभियंताओं, ग्राउंड स्टाफ के देरी से आने और उस देरी के चलते विमान के समय में देरी हो जाने पर एयरलाइन के नुकसान की भरपाई उस व्यक्ति से वसूले जाने की बात कही गई है। पत्र के मुताबिक स्टाफ के मासिक वेतन से उस नुकसान का हर्जाना काटने के बाद ही उन्हें वेतन दिया जाएगा। यह आदेश एक फरवरी से लागू होगा। एयरलाइन द्वारा जारी इस निर्देश के मुताबिक यदि फ्लाइट केटरर समय पर फूड पैकेट नहीं उपलब्ध करवाते या उनकी लापरवाही से विमान के समय में देरी होती है तब हर्जाना उन से ही वसूला जाएगा।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने रोजाना एयर इंडिया के किसी न किसी विमान के देरी से चलने पर चिंता जताई थी। मंत्रालय ने इसे वित्तिय घाटे के साथ साथ एयरलाइन की छवि को आघात पहुंचाने वाला करार दिया था। मंत्रालय ने एयरलाइन को निर्देश जारी करते हुए, रोजाना होने वाले विलंब को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए कहा था।

एयरलाइन कैबिन क्रू एसोशिएशन ने इस निर्देश पर निराशा व्यक्त की है। एसोसिएशन का कहना है कि डीजीसीए नियमों और कैबिन क्रू विश्राम नियमों से समझौते की सूरत में ही स्टॉफ समय पर फ्लाइंग से मना करता है। ऐसे में इस नए निर्देश से उन्हें खासी निराशा हुई है।

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