अटक सकता है सन-रैनबैक्सी अधिग्रहण

punjabkesari.in Sunday, Feb 01, 2015 - 01:30 AM (IST)

वाशिंगटन: फार्मा क्षेत्र की कंपनी सन फार्मास्यूटिकल्स का 4 अरब डॉलर में इसी क्षेत्र की कंपनी रैनबैक्सी का अधिग्रहण अटकता नजर आ रहा है। अमरीकी फैडरल ट्रेड कमीशन (एफ.टी.सी.) ने इस अधिग्रहण को प्रतिस्पद्र्धा विरोधी सौदा करार देते हुए इस पर आपत्ति जताई है। 

एफ.टी.सी. ने कहा कि शुल्कों के निपटारे को ध्यान में रखते हुए दोनों कंपनियां जैनरिक दवा मिनोसाइक्लिन टैबलेट को बेचने पर सहमत हो गई थीं। ऐसे में सन फार्मा के रैनबैक्सी के अधिग्रहण के प्रस्ताव से बाजार में प्रतिस्पद्र्धा प्रभावित होगी। उसने कहा कि अमरीका में जैनरिक दवा बेचने वाली भारत की अन्य कंपनी टॉरैंट फार्मास्यूटिकल्स को रैनबैक्सी की मिनोसाइक्लिन इकाई को अब खरीदना चाहिए।  
 
इस दवा का इस्तेमाल जीवाणुओं के संक्रमण से होने वाली बीमारी जैसे कि निमोनिया और मूत्र संक्रमण के इलाज में किया जाता है। निपटारे के लिए मिनोसाइक्लिन की आपूर्तिकत्र्ता में बदलाव के उद्देश्य से टॉरैंट को नियामक मंजूरी हासिल करने के लिए सन फार्मा और रैनबैक्सी दोनों को शीघ्र ही यह जैनरिक औषधि परिसम्पत्ति टॉरैंट को बेच देनी चाहिए। एफ.टी.सी. ने कहा कि कमीशन ने टॉरैंट को दोनों कंपनियों की तरफ से मिलने वाले समर्थन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक अंतरिम मॉनीटर को नियुक्त किया है।

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