INDIA-US CEO FORUM समिट की बैठक में शामिल हुए आेबामा, मोदी

Monday, Jan 26, 2015 - 10:27 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत व अमेरिका के दिग्गज उद्यमियों की आज यहां हुई बैठक में अमेरिकी प्रतिबंधों को तीसरे देश की कंपनी पर लागू करने, कारोबार का वातावरण आसान बनाने और बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण जैसे दर्जनों विषयों से जुड़े मुद्दे उठाए गए। इस बैठक को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक आेबामा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया। भारत अमेरिका सीईआे फोरम की इस बैठक में भारत के उद्योगपतियों ने दोनों देशों से जुड़े मुद्दों को आपस में साझा किया और सभी मुद्दों को उठाने के बजाय केवल प्रासंगिक क्षेत्रों की बात की।   

मोदी ने इस दौरान कहा कि मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं, जो आजाद भारत में पैदा हुआ हूं। भारत और अमेरिका में बड़ी समानता है। दोनों देशों के पास बिजनस टैलंट भी हैं। हमारे लक्ष्य बड़े हैं और उन्हें एक दिन में हासिल नहीं किया जा सकता। हम आपके साथ मिलकर काम करेंगे। सितंबर में मेरे अमेरिका दौरे का असर दिखना शुरू हो गया है। मोदी ने कहा कि आर्थिक आंकड़े बता रहे हैं कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज महंगाई पांच साल के निचले स्तर पर आ गई है। संपन्नता, शांति की गारंटी नहीं है। आज एशिया में सबसे ज्यादा निवेश का माहौल भारत में है। प्रदूषण मुक्त ऊर्जा के लिए दुनिया को मिलकर काम करना होगा। भारत पूरी दुनिया को एक परिवार के रुप में देखता है।
 
हमारे इंजीनियर, वैज्ञानिक और डॉक्टर गांवों के लिए सस्ती सुविधाएं इजाद कर रहे हैं। आज भारत के छात्र अमेरिका में और अमेरिकी छात्र भारत में पढ़ रहे हैं। भारत अपार संभावनाओं से भरा है। टैलंट है और स्कोप भी है। भारत के अंदर कृषि क्षेत्र में ग्लोबल मार्केट की अपार संभावनाएं हैं। बैठक में कई भारतीय सीईओं ने भी कई सवाल पूछे।
 
मजबूत होंगे कारोबारी रिश्ते : ओबामा
भाषण की शुरुआत में ओबामा ने कहा कि आपने जो न्योता मुझे दिया और बीते दो दिनों में जो मेहमान नवाजी की है, उसके लिए आपका शुक्रिया।  आेबामा ने कहा, ‘‘ हम भारत को आगे बढऩे में मदद के लिए एवं अगली पीढ़ी की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में साझीदारी करने व रेलवे, सड़क, बंदरगाह, हवाईअड्डों और विश्व को सर्वोत्तम संपर्क उपलब्ध कराने हेतु ब्राडबैंड कनेक्टिविटी के उन्नयन के लिए नयी प्रौद्योगिकियां विकसित करने में मिलकर काम कर सकते हैं।’’ उन्होंने उन तीन स्मार्ट शहरों का भी जिक्र किया जिनके विकास में अमेरिका भारत की मदद करेगा। अपनी भारत यात्रा की समीक्षा करते हुए आेबामा ने कहा कि दोनों देशों ने और निवेश आकर्षित करने के लिए ‘कई ठोस कदम’ उठाए हैं। उन्होंने असैन्य परमाणु समझौते, रक्षा सहयोग, अक्षय उर्जा और द्विपक्षीय निवेश संरक्षण संधि बीपा के रास्ते गतिरोध दूर किए जाने का भी जिक्र किया।  
 
आेबामा ने कहा, ‘‘ जब नेता समझौते करते हैं, हमारी हमारी एजेंसियां एवं नौकरशाही उनपर अमल करती हैं तो हम तरक्की कर सकते हैं समृद्धि ला सकते हैं।’’अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत-अमेरिका के बीच 100 अरब डालर व्यापार की तुलना में अमेरिका-चीन के बीच 560 अरब डालर के द्विपक्षीय व्यापार का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘ इससे आप सोच सकते हैं कि भारत में कितनी संभावनाएं छुपाए हुए है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमें यह पक्का करना होगा कि आर्थिक वृद्धि समावेशी और स्वस्थ हो। इस वृद्धि से लोगों का जीवन बेहतर हो। वृद्धि को केवल जीडीपी के आंकड़ों और बैलेंस शीट के लाभ-हानि में नहीं आंका जा सकता।

 

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