बैंक उपभोक्ता जल्द निपटा लें अपना जरूरी काम क्योंकि...

Monday, Jan 19, 2015 - 03:43 PM (IST)

नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों ने वेतन बढ़ौतरी की मांग पर सरकार पर अडियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए 21 जनवरी से 4 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हडताल पर जाने का फैसला किया है जिससे करीब एक सप्ताह तक बैंकिंग गतिविधियां प्रभावित होंगी।
 
अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ (एआईबीओसी) के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इससे पहले 7 जनवरी को एक दिवसीय हडताल का निर्णय लिया गया था लेकिन भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के कर्मचारियों की मांग पर गंभीरता से विचार करने के आश्वासन पर हडताल नहीं हो पाई थी।
 
उन्होंने कहा कि बैंक उद्योग के 10 लाख से अधिक कर्मचारी और अधिकारियों के यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर 21 जनवरी से हडताल पर जाने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि इस दौरान आईबीए की ओर से वेतन बढ़ौतरी का कोई प्रस्ताव नहीं है जिसके मद्देनजर यू.एफ.बी.यू. ने 4 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हडताल की घोषणा की है। 25 जनवरी को रविवार और 26 को गणतंत्र दिवस के अवकाश के कारण बैंकों में कामकाज 6 दिनों तक प्रभावित होने की आशंका है।

यू.एफ.बी.यू. ने वेतन वृद्धि की मांग को एक निर्धारित समय में बातचीत से सुलझाने का आग्रह किया था लेकिन 2 वर्ष बाद भी इसका समाधान नहीं हो सका। बैंक कर्मचारियों के वेतन की समीक्षा एक नवंबर 2012 से लंबित है।

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंककर्मियों ने मांग नहीं माने जाने की स्थिति में 16 मार्च2015 से अनिश्चितकालीन हडताल पर जाने का भी निर्णय लिया है और इस आशय की सूचना यू.एफ.बी.यू. ने आई.बी.ए. को दे दी है।

Advertising