अंगूर की मिठास बढ़ाएगी भारत और अमरीका के संबंध

Sunday, Jan 11, 2015 - 02:42 AM (IST)

नई दिल्ली: भारत और अमरीका के संबंधों को अंगूर एक नया आयाम देगा। दरअसल मार्च से भारत से अमरीका बाजारों को अंगूर निर्यात शुरू होने की संभावना है। 

वर्ष 2008 से जब से अमरीका ने भारत से आम के आयात को मंजूरी दी है तब से वहां के बाजारों में दूसरे फलों जैसे अंगूर और लीची के निर्यात की मांग जोर पकड़ने लगी थी। अब ऐसा लग रहा है कि अमरीका भारत से अंगूर के आयात को मंजूरी दे सकता है। 
 
वाणिज्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘भारत ने 2007 में अमरीकी बाजार को अंगूर निर्यात की अनुमति मांगी थी। अगर ऐसा हुआ तो भारत से जितनी मात्रा में अंगूर का निर्यात होता है उसमें 30,000-40,000 टन और जुड़ जाएंगे। मांग अधिक होने के कारण आने वाले वर्षों में निर्यात में और तेजी आएगी। इससे हमारे अंगूर किसानों को खासा लाभ मिलेगा।’’ अधिकारी ने बताया कि भारत यहां से अमरीका बाजार को निर्यात होने वाले अंगूर की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखेगा। फिलहाल भारत यूरोपीय संघ, रूस और संयुक्त अरब अमीरात को अंगूर का निर्यात करता है। 
 
ऐसी खबर है कि वाणिज्य मंत्रालय एपीडा के जरिए पेस्ट रिस्क एनालिसिस (पी.आर.ए.) के संबंध में यू.एस. डिपार्टमैंट ऑफ एग्रीकल्चर (यू.एस.डी.ए.) के एनिमल एंड प्लांट हैल्थ इंस्पैक्शन सर्विस (ए.पी.एच.आई.एस.) को आवश्यक सूचनाएं मुहैया करा चुका है। यू.एस.डी.ए. और ए.पी.एच.आई.एस. ने खराब गुणवत्ता वाले अंगूर से होने वाले आर्थिक नुक्सान पर भी सूचनाएं मांगी हैं। वैसे अमरीका ने कहा है कि पी.आर.ए. पर फैसला करने के बाद ही वह भारत से अंगूर का आयात शुरू करेगा। महाराष्ट्र देश में अंगूर का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
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