एप्पल के खुलेंगे स्टोर, रुकेगी कालाबाजारी, सस्ता होगा आईफोन

Monday, Jun 20, 2016 - 08:46 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी कर) के 100 प्रतिशत निवेश के नियमों में बड़ी ढील देकर भारतीय अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी कदम उठा दिया। रक्षा, उड्डयन और फूड ई कामर्स में 100 प्रतिशत एफडीआई मंजूर की गई। इनके अलावा सिंगल ब्रांड रिटेल में भी कुछ आवश्यक घोषणाएं की गईं हैं। इन घोषणाओं का असर भी दिखना शुरू हो गया। 
 
 
एप्पल ने वाणिज्य मंत्रालय में भेजा प्रस्ताव
दुनिया की दिग्गज कंपनी एप्पल ने वाणिज्य मंत्रालय में 100 प्रतिशत एफडीआई का प्रस्ताव भेज भी दिया है। अगर प्रस्ताव मंजूर होता है एप्पल हमारे देश में धड़ाधड़ अपने सिंगल ब्रांड स्टोर खोलेगी। इसका सीधा असर भारत की मोबाइल मार्केट और उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। एप्पल के स्टोर जितने ज्यादा होंगे उतने ही ज्यादा फोन और एप्पल की बाकी एसेसरी मार्केट में उपभोक्ताओं के हाथ में आएगी। इसका एक और असर यह पड़ेगा कि आईफोन की कालाबाजारी हमारे देश में रुकेगी और जो लोग इस कालाबाजारी के रास्ते उपभोक्ताओं को महंगे आईफोन बेचते हैं वे महंगे फोन बेच नहीं पाएंगे। एप्पल के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के भारत में विस्तार का यह खास पड़ेगा कि उपभोक्ता आसानी ने कंपनी की तरफ से तय मूल्य पर आईफोन खरीद पाएगा न कि कालाबाजारी के माध्यम से महंगे। कालाबाजारी करने वालों से बचते हुए उपभोक्ताओं को सस्ते आईफोन मिल जाएंगे। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि प्रस्ताव पर गौर करने के बाद एप्पल से नए नियमों की पालना के बारे में बात की जाएगी अगर वे नियमों की पालना करते हैं तो फिर अगला फैसला लिया जाएगा।
 

 
क्या होता है सिंगल ब्रांड स्टोर, मल्टी ब्रांड स्टोर 
सिंगल ब्रांड स्टोर वे स्टोर होते हैं जहां किसी एक ही कंपनी के उत्पाद बिकते हैं यानि अगर एप्पल सिंगल ब्रांड स्टोर खोलता है तो वहां केवल एप्पल के फोन और एसेसरी ही बिकेगी। वहीं मल्टी ब्रांड स्टोर वे होते हैं जहां एक ही प्लेटफार्म पर कई ब्रांडों के उत्पाद बिकते हैं।


 
मोदी-टिम कुक की मुलाकात का असर     
हाल ही में एप्पल के सीईओ टिम कुक भारत दौरे पर आए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी। तब भी टिम कुक ने भारत को दुनिया की एक बड़ी मोबाइल मार्केट बताया था। 
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