'सरप्राइज सेटलमेंट' के बाद खत्म हुआ Apple और Qualcomm विवाद

Wednesday, Apr 17, 2019 - 04:26 PM (IST)

सैन फ्रांसिस्कोः टेक्नॉलजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी एप्पल और क्वॉलकॉम ने पेटेंट लाइसेंसिंग को लेकर दो साल पुरानी कानूनी लड़ाई को सुलझा लिया है। दोनों कंपनियों के बीच अब सभी कानूनी झगड़े खत्म हो गए हैं और रॉयल्टी विवाद का भी सेटलमेंट हो गया है। इस सरप्राइज सेटलमेंट के बाद iPhone में एक बार फिर क्वॉलकॉम के मॉडेम चिप्स का इस्तेमाल हो सकेगा। दोनों कंपनियों में ग्लोबल पेटेंट लाइसेंस और चिपसेट सप्लाई का एग्रीमेंट हुआ है। दोनों कंपनियों के संयुक्त बयान के मुताबिक एप्पल, क्वॉलकॉम को पेमेंट भी करेगी। हालांकि, पेमेंट की रकम का खुलासा नहीं किया गया है।

दोनों कंपनियों के बीच 6 साल का लाइसेंसिंग एग्रीमेंट
दोनों कंपनियों के बीच अमेरिका के अलावा चीन, जर्मनी और कई दूसरे देशों में कानूनी लड़ाई चल रही थी। इस सेटलमेंट के बाद सारे कानूनी विवाद खत्म हो गए हैं। कंपनियों के बीच 6 साल का लाइसेंसिंग एग्रीमेंट भी हुआ है, जिसे 2 साल एक्सटेंड करने का भी विकल्प है। इस बीच, फिलहाल एप्पल को iPhone चिप की सप्लाई करने वाली कंपनी इंटेल (Intel) ने इस सेटलमेंट के बाद कहा है कि वह मॉडेम चिप बिजनेस से बाहर होगी। इंटेल ने कहा है कि उसने 5G मोबाइल मॉडेम मार्केट छोड़ने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा है कि वह PC, स्मार्ट होम डिवाइसेज के लिए 4G और 5G मॉडेम पर फोकस करेगी। साथ ही, अपने 5G इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस पर भी ध्यान देगी।

दोनों कंपनियों ने लगाया था एक-दूसरे पर आरोप
क्वॉलकॉम पहले से ही 5G चिप की सप्लाई कर रही है, जबकि इंटेल अभी उसे डिवेलप कर रही है, ऐसे में इस डील से एप्पल को सैमसंग और दूसरी कंपनियो से मुकाबला करने में मदद मिलेगी। इससे पहले, एप्पल ने क्वॉलकॉम पर मॉडेप चिप बिजनेस में अपना एकाधिकार बनाए रखने के लिए अवैध पेटेंट प्रैक्टिस इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। मॉडेप चिप, फोन को मोबाइल डेटा नेटवर्क से कनेक्ट करने का काम करती है। वहीं, क्वॉलकॉम का कहना था कि एप्पल बिना पेमेंट के उसकी टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर रही है।

एप्पल ने साल 2016 में कुछ iPhone में इंटेल के मॉडेम चिप्स का इस्तेमाल करना शुरू किया। इसके बाद, एप्पल ने क्वॉलकॉम को लाइसेंस फीस का भुगतान करना बंद कर दिया। एप्पल ने अपने iPhone में 2018 में क्वॉलकॉम के मॉडेप चिप का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया।

jyoti choudhary

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